हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 10अप्रैल: 2025,
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र में स्थित बिहुरा गांव में गुरुवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। गांव के बाहर एक आम के पेड़ पर प्रेमी युगल के शव फंदे से लटके पाए गए। मृतकों की पहचान सूरज (21) और निशा बानो (18) के रूप में हुई। सूरज पहाड़पुर गांव का निवासी था, जबकि निशा बानो पड़ोसी गांव बिहुरा की रहने वाली थी। दोनों अलग-अलग समुदायों से ताल्लुक रखते थे और पिछले चार वर्षों से प्रेम संबंध में थे। इस घटना ने पूरे गांव में हड़कंप मचा दिया और इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।
प्रेम संबंध और सामाजिक बाधाएं
पुलिस के अनुसार, सूरज और निशा के बीच चार साल से प्रेम संबंध चल रहा था। हालांकि, सामाजिक और धार्मिक बंदिशों के कारण उनके परिवारों ने इस रिश्ते को स्वीकार नहीं किया। शादी की कोई संभावना न देख दोनों ने कुछ दिन पहले घर छोड़कर भागने का फैसला किया था। लेकिन परिजनों के दबाव के चलते उन्हें वापस लौटना पड़ा। इसके बाद सूरज के परिवार ने उसकी शादी तीन महीने पहले करवा दी। नई दुल्हन के साथ सूरज का वैवाहिक जीवन शुरू ही हुआ था कि यह दुखद घटना घट गई।
घटना की रात और सुबह की खोज
सूरज की पत्नी ने बताया कि बुधवार देर रात करीब दो बजे वह घर से अचानक गायब हो गया। परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। गुरुवार सुबह जब गांव के कुछ लोग खेतों की ओर गए, तो उन्होंने आम के पेड़ पर दो शव लटके हुए देखे। पास जाकर देखने पर पता चला कि यह सूरज और निशा थे। दोनों ने दुपट्टा और गमछा जोड़कर फंदा बनाया था, जिससे संदेह जताया जा रहा है कि यह आत्महत्या का मामला हो सकता है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
घटना की सूचना मिलते ही मोहम्मदपुर खाला थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। कोतवाल डीके सिंह ने बताया कि शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह आत्महत्या थी या इसके पीछे कोई और कारण है। पुलिस आसपास के लोगों से भी पूछताछ कर रही है ताकि घटना की पूरी तस्वीर स्पष्ट हो सके।
परिवार और गांव में शोक की लहर
सूरज की नवविवाहित पत्नी इस घटना से गहरे सदमे में है। उसकी शादी को अभी तीन महीने ही हुए थे और उसके हाथों की मेहंदी का रंग भी पूरी तरह नहीं उतरा था। वह बार-बार मूर्छित हो रही है और परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं, निशा के परिवार में भी मातम पसरा हुआ है। गांव में इस घटना को लेकर लोग स्तब्ध हैं और तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। यह घटना प्रेम और सामाजिक दबावों की उस त्रासदी को उजागर करती है, जो कई बार ऐसी दुखद परिणति तक पहुंच जाती है।