हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 4 मई : 2025,
दिल्ली | 4 मई 2025
राजधानी दिल्ली का सदर बाजार आज सुबह से ही शांत और चिंतित नज़र आया। आमतौर पर जहां सुबह से दुकानें खुल जाती हैं और गहमागहमी शुरू हो जाती है, वहीं आज दुकानों पर ताले लटके थे और व्यापारी आपस में फोन कर हालचाल ले रहे थे। हर चेहरे पर एक ही चिंता थी – अब क्या होगा?
CM रेखा गुप्ता के बयान से भड़की चिंता की चिंगारी
मामले की जड़ में है दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का हालिया बयान, जिसमें उन्होंने सुझाव दिया कि “चांदनी चौक और सदर बाजार जैसे पुराने व भीड़भाड़ वाले बाजारों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाना चाहिए ताकि व्यापार को और बेहतर तरीके से बढ़ावा दिया जा सके।”
ये बयान 2 मई को प्रगति मैदान के भारत मंडपम में आयोजित CAIT (कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स) के कार्यक्रम में दिया गया था। मुख्यमंत्री के इस बयान ने सदर बाजार के व्यापारियों के बीच चिंता और असमंजस की लहर फैला दी।
व्यापारियों की प्रतिक्रिया: “हमारे कारोबार की नींव हिलाने वाला बयान”
फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेड्स एसोसिएशन (फेस्टा) के चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा, अध्यक्ष राकेश यादव, महासचिव राजेंद्र शर्मा, सतपाल सिंह मांगा और कमल कुमार जैसे वरिष्ठ व्यापारिक नेता आज सुबह से ही इस मसले पर चिंतन-मंथन में जुटे रहे।
पम्मा और यादव का कहना है कि,
“यह बाजार दिल्ली की पहचान है। इसे शिफ्ट करने की नहीं, री-डेवलपमेंट की जरूरत है।”
उन्होंने कहा कि तंग सड़कों, ट्रैफिक, पार्किंग और साफ-सफाई की समस्याएं जरूर हैं, लेकिन इनका हल शिफ्टिंग नहीं बल्कि आधुनिक पुनर्विकास में है।
“सरकार को चाहिए समझदारी, न कि जबरदस्ती” – राकेश यादव
फेस्टा अध्यक्ष राकेश यादव ने भावुक अंदाज में कहा:
“हमारा कारोबार, हमारी जिंदगी यहीं बसती है। सरकार यदि बाजार को उजाड़ने की सोच रही है, तो ये हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री को अपना रुख साफ करना चाहिए और बाजार के व्यापारियों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।
फेस्टा का ऐलान: CM से मांगेंगे जवाब, सौंपेंगे ज्ञापन
फेस्टा नेताओं ने ऐलान किया है कि वे जल्द ही मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से मुलाकात करेंगे। इस दौरान वे न सिर्फ शिफ्टिंग पर सफाई मांगेंगे, बल्कि बाजार की बुनियादी समस्याओं पर भी विस्तृत ज्ञापन सौंपेंगे।
चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा ने कहा:
“हम चुप बैठने वालों में से नहीं हैं। सदर बाजार को बचाना सबकी जिम्मेदारी है। ये बाजार सिर्फ व्यापार का केंद्र नहीं, बल्कि दिल्ली की धड़कन है।”