इंडिया स्किल रिपोर्ट 2025: यूपी के छात्र तकनीकी शिक्षा में आगे, बीकॉम में पिछड़े
हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 12अप्रैल: 2025,
इंडिया स्किल रिपोर्ट 2025 के मुताबिक उत्तर प्रदेश ने तकनीकी रूप से दक्ष युवाओं के मामले में देश के शीर्ष पांच राज्यों में अपनी जगह बना ली है। रिपोर्ट के अनुसार बीए (BA) और बीएससी (BSc) के छात्र काफी काबिल पाए गए हैं, लेकिन बीकॉम (BCom) के छात्रों की प्रदर्शन दर तुलनात्मक रूप से कमजोर रही है।
रोजगार के नजरिए से शीर्ष राज्य
रोजगार की दृष्टि से तमिलनाडु, महाराष्ट्र, केरल, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्य देश के सबसे सक्षम और सक्रिय राज्य बनकर उभरे हैं। क्षेत्रीय स्तर पर केरल और तमिलनाडु ने भी प्रमुख स्थान पाया है।
बीटेक और एमबीए में यूपी का दबदबा
बीटेक छात्रों की काबिलियत के मामले में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर रहा है:
- उत्तर प्रदेश: 94% बीटेक छात्रों ने 60% से अधिक अंक प्राप्त किए।
- केरल: 91%
- आंध्र प्रदेश: 85%
- तमिलनाडु: 74%
एमबीए (MBA) की सूची में भी यूपी, केरल, हरियाणा, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्य शामिल हैं।
बीसीए, बीएससी और बीबीए में यूपी का प्रदर्शन शानदार
- बीसीए: केरल पहले, आंध्र प्रदेश दूसरे और उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर।
- बीएससी: उत्तर प्रदेश शीर्ष पर, इसके बाद केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश।
- बीबीए: गुजरात पहले, केरल दूसरे और उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर।
यह प्रदर्शन दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश के छात्रों में तकनीकी दक्षता और रोजगार के अनुकूल कौशल का तेजी से विकास हो रहा है।
कंप्यूटर दक्षता में यूपी अव्वल
कंप्यूटर स्किल्स के मामले में उत्तर प्रदेश 100% दक्षता के साथ देशभर में सबसे आगे है। महाराष्ट्र भी इस पैमाने पर उच्च प्रदर्शन कर रहा है।
आईटीआई, एमसीए और एमएससी में सुधार की जरूरत
रिपोर्ट यह भी दर्शाती है कि उत्तर प्रदेश को अब आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान), एमसीए (मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन) और एमएससी (मास्टर ऑफ साइंस) जैसे पाठ्यक्रमों में सुधार की आवश्यकता है। इन क्षेत्रों में गुजरात, केरल, तमिलनाडु, दिल्ली और आंध्र प्रदेश यूपी से आगे हैं।
यूपी की शिक्षा प्रणाली में हुआ सुधार
इस रिपोर्ट के निष्कर्ष यह भी दर्शाते हैं कि उत्तर प्रदेश की शिक्षा प्रणाली में पिछले वर्षों में सुधार हुआ है। इसका श्रेय इंटरनेट क्रांति, तकनीकी संस्थानों के विस्तार, और सरकारी प्राथमिकता को दिया जा रहा है। युवाओं की 22-25 आयु वर्ग की पीढ़ी अब अपने क्षेत्र से जुड़कर रोजगार के लिए अधिक तत्पर और सक्षम हो रही है।