हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ शनिवार 7 जून 2025 अलीगढ़
अलीगढ़, दादों। दादों थाना क्षेत्र के कस्बा लहरा में करीब 69 दिन पहले हुए हमले में घायल महिला मीना देवी (35) की शुक्रवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। महिला की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। ससुराल पक्ष द्वारा पुलिस को बुलाए जाने के बाद मायके पक्ष ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया और करीब डेढ़ घंटे तक शव को उठाने नहीं दिया।
मीना देवी मूल रूप से कासगंज जनपद के थाना सोरों क्षेत्र के गांव महमूदपुर की रहने वाली थीं। करीब 15 साल पहले उनकी शादी दादों क्षेत्र के कस्बा लहरा निवासी सुरेंद्र से हुई थी। शादी के पांच साल बाद पति सुरेंद्र की बीमारी से मौत हो गई। इसके बाद मीना अपने जेठ श्याम सुंदर यादव, जेठानी और बच्चों के साथ ससुराल में ही रह रही थीं।
इसी बीच मीना के पालीमुकीमपुर थाना क्षेत्र के गांव नगला जीवनराम निवासी युवक याकेश उर्फ छोटे से प्रेम संबंध बन गए। आरोप है कि 29 मार्च की रात याकेश अपने साथियों के साथ मीना के घर में घुस आया और उसे जबरन उठाकर ले जाने की कोशिश की। विरोध करने पर मीना की मां और सास के साथ मारपीट की गई और फायरिंग भी हुई। इसके बाद वह मीना को खींचकर ले गया।
करीब नौ घंटे बाद मीना पाली क्षेत्र के गांव नगला देसी के पास एक माजरे में गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिली। उसे जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। इस मामले में मीना के जेठ ने याकेश सहित विजेंद्र (दादों), राजू (पाली) व एक अन्य अज्ञात के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
20 अप्रैल को मीना को अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी। लेकिन शुक्रवार को अचानक तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे अलीगढ़ के एक निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव को दादों के कस्बा लहरा लाया गया।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने जब शव को कब्जे में लेने की कोशिश की तो मीना की मां ने किसी भी कानूनी कार्रवाई से इनकार कर दिया। पुलिस ने समझाकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कराई।
इस बीच बताया गया कि मुख्य आरोपी की तलाश में पुलिस ने उसके ठिकानों पर दबिश दी थी और उसके भांजे को हिरासत में लिया था।