हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 29 मार्च: उत्तर प्रदेश सरकार राज्य की 11 प्रमुख नदियों में जल परिवहन सेवा शुरू करने की तैयारी कर रही है। इस परियोजना का उद्देश्य यातायात को सुगम बनाना, पर्यटन को बढ़ावा देना और जलमार्गों का विकास करना है।
पहले चरण में 761 किमी का रूट तैयार
इस परियोजना के पहले चरण में 761 किलोमीटर लंबा जलमार्ग विकसित किया जाएगा। अभियंताओं की एक टीम इस योजना की व्यवहारिकता रिपोर्ट तैयार करेगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
प्रमुख नदियों में जल परिवहन की योजना
गंगा नदी में प्रयागराज से वाराणसी, गाजीपुर होते हुए हल्दिया तक जलमार्ग तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा, कानपुर से फर्रुखाबाद तक जलमार्ग को बढ़ाने की योजना है। यमुना, सरयू, और घाघरा नदियों में जल पर्यटन की संभावनाओं पर भी विचार किया जा रहा है।
घाटों पर सुविधाएं होंगी विकसित
सरकार घाटों पर प्लेटफार्म और अन्य आवश्यक सुविधाओं का विस्तार करेगी, जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव मिल सके। गोमती, चंबल, बेतवा और वरुणा नदियों में भी सर्वेक्षण किया जाएगा।
विभिन्न विभागों की टीम गठित
इस परियोजना के लिए लोक निर्माण विभाग (PWD), पर्यटन, सिंचाई और वन विभाग की संयुक्त टीम बनाई गई है। यह टीम नदियों के उद्गम स्थल से लेकर प्रमुख स्थानों तक सर्वेक्षण करेगी।
वाराणसी और मथुरा में पहले से जारी जल पर्यटन
वर्तमान में वाराणसी और मथुरा में जल पर्यटन की सुविधाएं उपलब्ध हैं। अब अयोध्या, लखनऊ, हमीरपुर-जालौन और वाराणसी में भी जल पर्यटन को विकसित करने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। सरकार की इस पहल से प्रदेश में पर्यटन और परिवहन को नया आयाम मिलने की उम्मीद है।