हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: 5 अप्रैल: 2025: अलीगढ़,
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के जेएन मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग द्वारा हीट स्ट्रोक वार्ड (वार्ड 11) में ‘हीट स्ट्रोक और हाइपरथर्मिया’ पर एक जागरूकता शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य चिकित्सा पेशेवरों और आम जनता को गर्मी से जुड़ी बीमारियों की पहचान, उपचार और रोकथाम के प्रति सचेत करना था।
जेएनएमसी के प्राचार्य और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. मोहम्मद हबीब रजा ने कहा कि भीषण गर्मी के मद्देनज़र संस्थागत तैयारियाँ अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने बताया कि हीट स्ट्रोक गंभीर और जानलेवा भी हो सकता है, इसलिए इससे बचाव और समय पर उपचार बेहद जरूरी है।
मेडिकल अधीक्षक प्रो. सैयद अमजद अली रिजवी ने अस्पताल की पूर्व तैयारियों और स्वास्थ्यकर्मियों के निरंतर प्रशिक्षण की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम में डॉ. मोहम्मद साकिब आलम ने “हाइपरथर्मिया एवं हीट स्ट्रोक की पहचान और प्रबंधन” विषय पर प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि जब शरीर गर्मी नियंत्रित नहीं कर पाता, तब हीट स्ट्रोक होता है। सिरदर्द, तेज बुखार, उल्टी और त्वचा का सूखना इसके प्रमुख लक्षण हैं, जिन पर तुरंत चिकित्सीय सहायता लेनी चाहिए।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. हुसैनी एस. हैदर मेहदी द्वारा स्वागत भाषण से हुई। डॉ. अलीना शुजात, डॉ. बुशरा वसीम और डॉ. अरहम खान ने अतिथियों का सम्मान किया। अंत में विभागाध्यक्ष प्रो. मोहम्मद असलम ने सभी का आभार व्यक्त किया।