हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 30 अप्रैल: 2025,
हमीरपुर जिले में डीएम आवास सहित 58.14 एकड़ बेशकीमती नजूल जमीन के फर्जीवाड़े का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसकी कीमत 1000 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है।
सदर उप जिलाधिकारी शुक्रमा प्रसाद विश्वकर्मा की तहरीर पर तत्कालीन SDM विजय कुमार गुप्ता, तहसीलदार, नायब तहसीलदार जैनेंद्र सिंह, लेखपाल राजकिशोर सहित 13 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया गया है।
आरोप है कि अधिकारियों ने भू-अभिलेखों में हेराफेरी कर सरकारी जमीन को अकृषिक दर्शाकर विपक्षियों को लाभ पहुंचाया।
यह जमीन इलाहाबाद हाईकोर्ट में स्वामित्व विवाद के तहत लंबित है। जांच में खुलासा हुआ कि 2004 से 2007 तक सदर तहसील में तैनात अधिकारियों ने रिकॉर्ड में गड़बड़ी की और कोर्ट में साक्ष्य दबाए। जिलाधिकारी घनश्याम मीना ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
पुलिस ने भारतीय न्यायक संहिता की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह घोटाला जिले की प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है।