हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ गुरुवार 5 जून 2025
बेंगलुरु। आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की ऐतिहासिक जीत के जश्न के दौरान बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में बुधवार को दर्दनाक हादसा हो गया। भीड़ के बेकाबू हो जाने के कारण मची भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
इस हादसे के बाद कर्नाटक में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। राज्य के डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार घटनास्थल पर पहुंचे और मीडिया से बातचीत करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने कहा, “मैं यह बात पचा नहीं पा रहा हूं कि हमारे बच्चे, जो जीने और फलने-फूलने के हकदार थे, इस भगदड़ का शिकार हो गए। यह त्रासदी हमारे राज्य की प्रतिष्ठा पर धब्बा है।”
शिवकुमार की आंखें हुईं नम, बोले – “यह हमारे अपने परिवार की तरह है”
डिप्टी सीएम ने कहा कि इस घटना से पूरा राज्य शोक में डूबा हुआ है। उन्होंने कहा, “इस दर्द को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। जो लोग मारे गए, वे हमारे परिवार के सदस्य जैसे थे। यह पीड़ा असहनीय है।”
उन्होंने आगे कहा कि यह त्रासदी किसी एक व्यक्ति की गलती से नहीं हुई है, बल्कि सिस्टम की खामियों को चिन्हित करना और उन्हें दुरुस्त करना अब प्राथमिकता है।
“बिना जांच शव नहीं सौंप सकते”
शिवकुमार ने बताया कि कई परिजन पोस्टमार्टम के बिना शव सौंपने की गुहार लगा रहे थे, लेकिन उन्होंने कहा कि ऐसा करना कानूनी दृष्टि से संभव नहीं है। उन्होंने कहा, “हम बिना वैज्ञानिक रिपोर्ट के कोई शव नहीं सौंप सकते। हमें मौत के कारणों को समझना होगा।”
बीजेपी पर साधा निशाना – “लाशों पर राजनीति न करें”
इस हादसे को लेकर विपक्षी दल बीजेपी द्वारा सरकार की आलोचना पर डिप्टी सीएम ने तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा, “मैं जनता को जवाब देने के लिए जिम्मेदार हूं, न कि बीजेपी को। वे और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी लाशों पर राजनीति कर रहे हैं। यह उनका पेशा है, लेकिन मैं उस स्तर तक नहीं गिरूंगा।”
डिप्टी सीएम ने बताया कि उन्होंने खुद कार्यक्रम छोटा करने के निर्देश दिए थे और पुलिस ने भी भीड़ नियंत्रण के उपाय सुझाए थे, लेकिन बावजूद इसके हादसा हो गया।
प्रशासन अलर्ट, जांच के आदेश
राज्य सरकार ने इस हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, स्टेडियम में भीड़ नियंत्रण के इंतजाम अपर्याप्त थे और आयोजकों ने भीड़ के अनुमान को गंभीरता से नहीं लिया।