हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ 23 मई : 2025
आगरा। विश्व प्रसिद्ध धरोहर ताजमहल की सुरक्षा को लेकर अब सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ा कदम उठाया है। यमुना नदी की ओर से संभावित खतरे को देखते हुए अब यहां स्पीड बोट के जरिए जल-पेट्रोलिंग की जाएगी। साथ ही हवाई क्षेत्र से सुरक्षा मजबूत करने के लिए एंटी-ड्रोन सिस्टम भी ताजमहल परिसर में लगाया जाएगा। यह कदम खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के बाद उठाए गए हैं, जिसमें ताजमहल की सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरे की आशंका जताई गई थी।
यमुना से ताजमहल को सबसे बड़ा खतरा
खुफिया रिपोर्ट्स में यह साफ कहा गया है कि ताजमहल को सबसे अधिक खतरा यमुना नदी की ओर से है। अब तक यहां पर जल पुलिस तैनात तो थी, लेकिन उनके पास कार्यक्षम स्टीमर या बोट उपलब्ध नहीं थीं। विभाग के पास जो दो स्टीमर थे, वे काफी पुराने हो चुके थे और उनकी मरम्मत मनेसर में भी सफल नहीं हो पाई। इसके बाद आगरा पुलिस ने स्पीड बोट की मांग की, जो अब पूरी हो गई है।
बृहस्पतिवार को पुलिस को स्पीड बोट उपलब्ध कराई गई, जिससे अब यमुना में नियमित रूप से गश्त की जा सकेगी। इस बोट के संचालन के लिए पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे आपात स्थिति में वे तुरंत एक्शन ले सकें।
एंटी-ड्रोन सिस्टम से अब हवाई सुरक्षा भी पुख्ता
ताजमहल के ऊपर से हवाई खतरे को रोकने के लिए एंटी-ड्रोन सिस्टम की भी लंबे समय से मांग की जा रही थी। हाल ही में जब अमेरिकी उप राष्ट्रपति जेडी वेंस ने ताजमहल का दौरा किया, उस दौरान सुरक्षा एजेंसियों ने इस सिस्टम की मांग और तेज कर दी थी। इसके बाद मथुरा की श्रीकृष्ण जन्मभूमि से एंटी-ड्रोन सिस्टम को लाया गया, जिसे अब ताज परिसर में लगाया जा रहा है।
इस सिस्टम के संचालन के लिए भी प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी, जो हर समय इस तकनीक की निगरानी करेंगे और किसी भी संदिग्ध ड्रोन गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करेंगे।
ऑपरेशन सिंदूर और सोशल मीडिया की चुनौती
हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी चुनौती उस समय मिली जब सोशल मीडिया पर ताजमहल पर हमले का फर्जी एनीमेटेड वीडियो वायरल हो गया। इस वीडियो ने लोगों के बीच भ्रम फैलाया और सुरक्षा एजेंसियों की चिंता को और बढ़ा दिया। इस वीडियो को लेकर जांच की जा रही है और इस तरह की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी है।
इस घटना के बाद से महताब बाग क्षेत्र में पीएसी बल की तैनाती बढ़ा दी गई है, जिससे यमुना किनारे किसी भी गतिविधि पर नजर रखी जा सके।
वरिष्ठ अधिकारियों ने लिया सुरक्षा का जायजा
ताजमहल की सुरक्षा को लेकर खुद एडीजी सुरक्षा रघुबीर लाल ने हाल ही में ताज का दौरा किया और पूरी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। एसीपी ताज सुरक्षा सैयद अरीब अहमद ने बताया कि सभी सुरक्षा उपकरणों के संचालन के लिए विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं।
भारत की धरोहर ताजमहल की सुरक्षा को लेकर अब बहुआयामी रणनीति अपनाई जा रही है। जल, थल और नभ – तीनों दिशाओं से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तकनीक, संसाधन और प्रशिक्षित बलों को एक साथ मैदान में उतारा जा रहा है। आने वाले समय में यह प्रणाली न केवल ताजमहल बल्कि अन्य ऐतिहासिक स्थलों की सुरक्षा के लिए भी मिसाल बन सकती है।