हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: बुधवार 11 जून 2025
मथुरा। जिले में दिव्यांग पेंशन योजना में बड़ा घोटाला सामने आया है। सत्यापन के दौरान पता चला कि 75 मृत पेंशन धारकों के खातों में मार्च माह की 3-3 हजार रुपये की पेंशन भेजी गई। इतना ही नहीं, 10 ऐसे लोग भी पकड़े गए जो दिव्यांग न होने के बावजूद पेंशन ले रहे थे। समाज कल्याण विभाग ने मृतकों और अपात्रों के खातों को ब्लॉक कर दिया है और गलत तरीके से भेजी गई पेंशन की वसूली की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।
जिले में 12,786 लाभार्थियों को प्रतिमाह 1,000 रुपये की दिव्यांग पेंशन दी जा रही है। वर्तमान में वृद्धावस्था, निराश्रित महिला और दिव्यांग पेंशन योजनाओं का सत्यापन चल रहा है, जिसमें राजस्व और विभागीय कर्मचारी जुटे हैं। सत्यापन में सामने आया कि 75 पेंशन धारकों की मृत्यु हो चुकी थी, फिर भी उनके खातों में पेंशन डाली गई। मृतकों के स्वजनों से मृत्यु प्रमाण पत्र मांगे गए हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि मृत्यु के बाद कितने महीनों की पेंशन भेजी गई।
इसके अलावा, विभिन्न विकास खंडों में लगाए गए सत्यापन शिविरों में पेंशन धारकों और नए आवेदकों की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। इन शिविरों में दिव्यांग पेंशन के 39 लाभार्थियों ने खातों की गड़बड़ियां ठीक कराईं, जबकि 23 ने नए आवेदन किए। वृद्धावस्था पेंशन के 422 पुराने लाभार्थियों ने खातों की समस्याएं सुलझाईं और 209 ने नए आवेदन किए। निराश्रित महिला पेंशन के 77 लाभार्थियों ने खातों की गड़बड़ियां ठीक कराईं, जबकि 46 ने नए आवेदन जमा किए।
जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए अपात्रों के नाम काटने और पेंशन राशि की रिकवरी की कार्रवाई शुरू कर दी है। समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद ऐसी अनियमितताओं पर और सख्त कार्रवाई की जाएगी।