हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: रविवार 29 जून 2025
फतेहपुर, उत्तर प्रदेश – जिले में पीएम किसान सम्मान निधि योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। क्रॉस डाटा चेक के दौरान खुलासा हुआ है कि 2,121 मृत किसानों के नाम पर उनके परिजनों द्वारा योजना का लाभ लिया जा रहा था, जबकि 21 ऐसे लोग भी लाभ उठा रहे थे जो या तो सरकारी नौकरी में हैं या पेंशनधारी हैं। इस गड़बड़ी के बाद कृषि विभाग ने अब तक 53.80 लाख रुपये की रिकवरी कर ली है, जबकि अन्य लाभार्थियों को नोटिस भेजकर 20वीं किस्त पर रोक लगा दी गई है।
20वीं किस्त से पहले हुआ खुलासा
पीएम किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त जारी होने से पहले कृषि विभाग ने लाभार्थियों का डाटा क्रॉस चेक कराया। जांच में पाया गया कि कई मृत किसानों के परिजन योजना का पैसा ले रहे थे। इसके अलावा, सरकारी कर्मचारी, पेंशनर और आयकर दाता भी इसमें शामिल पाए गए।
रिकवरी की स्थिति
कृषि विभाग ने अब तक कुल 53,80,000 रुपये की रिकवरी की है, जिसमें:
- मृत किसानों के परिजनों से: ₹18.80 लाख
- सरकारी नौकरी करने वालों से: ₹22 हजार
- पेंशन धारकों से: ₹72 हजार
- आयकरदाताओं से: ₹34.06 लाख
बाकी बचे फर्जी लाभार्थियों को नोटिस जारी करते हुए अगली किस्त पर रोक लगा दी गई है।
8,773 किसान इस बार रहेंगे वंचित
फतेहपुर जिले में योजना से कुल 3,79,986 किसान लाभान्वित हो रहे हैं, जिनमें से 3,71,213 ने ई-केवाईसी पूरी कर ली है। वहीं, 8,773 किसानों ने अब तक ई-केवाईसी नहीं कराया है, जिनकी 20वीं किस्त फिलहाल रोकी गई है।
अधिकारी का बयान
कृषि विभाग के नोडल अधिकारी रंजीत चौरसिया ने बताया,
“अब तक 3.35 लाख किसानों का बैच लॉक किया जा चुका है। पति-पत्नी दोनों लाभ ले रहे करीब 6,000 मामलों को भी अपात्र मानते हुए भुगतान रोका गया है। मृत किसानों, पेंशनरों और आयकरदाताओं का भुगतान भी रोका गया है। रिकवरी प्रक्रिया तेजी से चल रही है और आगे और बैच लॉक किए जाएंगे।”
जांच और सख्ती जारी
कृषि विभाग की टीम शेष अपात्र किसानों को चिन्हित करने में जुटी हुई है ताकि अगली किस्त जारी होने से पहले सभी फर्जी लाभार्थियों को बाहर किया जा सके और सरकारी धन का दुरुपयोग रोका जा सके।