हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: सोमवार 30 जून 2025
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जातीय संघर्ष की आशंका ने पुलिस और खुफिया एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। कांवड़ यात्रा और मुहर्रम के मद्देनजर राज्य सरकार ने सभी संवेदनशील क्षेत्रों में सतर्कता के निर्देश दिए हैं। पुलिस प्रशासन को शरारती तत्वों पर कड़ी नजर रखने और इंटरनेट मीडिया पर भ्रामक पोस्टों की निगरानी बढ़ाने के निर्देश जारी किए गए हैं।
हाल ही में इटावा में हुए जातीय टकराव की घटना के बाद सरकार कोई भी जोखिम नहीं उठाना चाहती। इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को कांवड़ यात्रा मार्गों और मुहर्रम के जुलूसों के दौरान अतिरिक्त सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
डीजीपी मुख्यालय की ओर से सभी जोन के वरिष्ठ अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। उन्हें यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि धार्मिक आयोजनों के दौरान किसी भी प्रकार की अफवाह या अशांति न फैले। अधिकारियों को शांति समिति की बैठकों में स्वयं भाग लेकर स्थानीय स्तर पर समन्वय बनाए रखने के निर्देश भी दिए गए हैं।
सुरक्षा, ट्रैफिक और सोशल मीडिया पर विशेष फोकस
- कांवड़ यात्रा के दौरान DJ और ताजिया की ऊंचाई जैसे मुद्दों पर संस्थाओं और आमजन को जागरूक किया जाएगा।
- प्रमुख मार्गों पर यातायात व्यवस्था प्रभावित न हो, इसके लिए वैकल्पिक रूट और डायवर्जन की योजना तैयार की गई है।
- पुराने विवादित मामलों को ध्यान में रखते हुए संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर वहाँ अतिरिक्त पुलिस बल व PAC की तैनाती की जा रही है।
डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा कि प्रदेश में शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर स्तर पर मुस्तैदी बरती जा रही है। संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त फोर्स भेजा जा रहा है, और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को अलर्ट पर रखा गया है ताकि कोई आपत्तिजनक या भ्रामक संदेश तुरंत हटाया जा सके और उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।