हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: मंगलवार 01 जुलाई 2025
प्रयागराज। करछना में हुए बवाल को लेकर पुलिस की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि यह उपद्रव पूर्व नियोजित था। उपद्रवी पूरी तैयारी के साथ पहुंचे थे, उनके पास लाठी-डंडों और ईंट-पत्थरों के साथ-साथ पेट्रोल से भरी बोतलें थीं, जिन्हें मौके पर पेट्रोल बम की तरह इस्तेमाल किया गया।
सुनियोजित थी हिंसा, पेट्रोल पंप से ली गई थी ज्वलनशील सामग्री
पुलिस सूत्रों के अनुसार, करछना थाना प्रभारी अनूप सरोज की ओर से उच्चाधिकारियों को भेजी गई गोपनीय रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि हमलावरों की मंशा पहले से ही हिंसा फैलाने की थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि हमलावरों को करछना क्षेत्र के एक पेट्रोल पंप पर बोतलों में पेट्रोल भरते देखा गया था, जिसके बाद वे हनुमानपुर मोरी और भड़ेवरा बाजार की ओर रवाना हुए।

तोड़फोड़ और आगजनी, रणनीति के तहत हमला
जैसे ही बवाल शुरू हुआ, उपद्रवियों ने राहगीरों के दोपहिया वाहनों पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। इस दौरान पुलिस पर भी हमला किया गया और कई सरकारी वाहनों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस को शक है कि इन उपद्रवियों को खास रणनीति के तहत प्रशिक्षित किया गया था।
भीम आर्मी के नेता साजिश में शामिल

जांच में सामने आया है कि इस बवाल के पीछे भीम आर्मी के करछना तहसील अध्यक्ष अभय सिंह उर्फ सोनू और उपाध्यक्ष प्रतीक देव वर्मन का हाथ है। इन दोनों ने साजिशकर्ताओं के साथ मिलकर करीब 600 लोगों की भीड़ को इकट्ठा किया और एनएच-35 पर जाम लगवाया। पुलिस के समझाने पर उपद्रवियों ने टीम पर हमला कर दिया।
54 नामजद समेत 604 लोगों पर FIR, 75 गिरफ्तार

पुलिस ने इस मामले में अब तक 54 नामजद समेत कुल 604 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इनमें से 75 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में 52 नामजद और 23 वे हैं, जिन्हें वीडियो व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चिह्नित किया गया।
गिरफ्तारियों का सिलसिला जारी
डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव ने बताया कि मामले में गंभीर धाराएं लगाई गई हैं और कुछ आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है। शेष की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। पुलिस तकनीकी साक्ष्यों और चश्मदीद गवाहों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है।