हिन्दुस्तान मिरर | 3 जुलाई 2025
अलीगढ़। ग्रामीण क्षेत्रों में बार-बार ट्रांसफार्मर फुंकने और बिजली आपूर्ति की अव्यवस्थित स्थिति को लेकर विद्युत विभाग ने कड़ा रुख अपनाते हुए बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की है। उपभोक्ताओं की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद विभाग ने दो सर्किलों में तैनात कुल 24 अभियंताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की है।
सर्किल प्रथम: चार्जशीट थमाई गई
सर्किल प्रथम में तैनात एक एसडीओ सहित आठ अवर अभियंताओं को विभाग ने चार्जशीट जारी की है। इन अधिकारियों पर कार्य में लापरवाही, तकनीकी निरीक्षण में अनियमितता, ट्रांसफार्मर बदलने में अनावश्यक देरी और उपभोक्ताओं की समस्याओं की अनदेखी जैसे गंभीर आरोप हैं। विभाग ने स्पष्ट किया है कि बार-बार की चेतावनियों के बावजूद इन अभियंताओं ने अपने कार्य में सुधार नहीं किया, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई है।
सर्किल द्वितीय: वेतन वृद्धि पर रोक व निंदा प्रविष्टि
वहीं सर्किल द्वितीय में 12 अवर अभियंताओं को निंदा प्रविष्टि दी गई है। इनमें से एक अभियंता की एक वेतन वृद्धि भी रोक दी गई है। इसके अतिरिक्त तीन अन्य अभियंताओं को भी विभागीय चेतावनी के साथ निंदा प्रविष्टि दी गई है।
ग्रामीण क्षेत्र में अधिक खराब ट्रांसफार्मर
मुख्य अभियंता पंकज अग्रवाल ने बताया कि शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण इलाकों में ट्रांसफार्मर फुंकने की घटनाएं कहीं अधिक दर्ज की गई हैं। इससे साफ है कि वहां तैनात अभियंताओं ने अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभाई। विभागीय जांच में पाया गया कि खराब ट्रांसफार्मरों को समय पर नहीं बदला गया, जिससे गांवों में लगातार बिजली संकट बना रहा।
उपभोक्ताओं को झेलनी पड़ी परेशानी
विभागीय सूत्रों का कहना है कि अभियंताओं की इस लापरवाही के कारण ग्रामीण उपभोक्ताओं को बार-बार बिजली की समस्या से जूझना पड़ा। ट्रांसफार्मर जलने की सूचना देने के बावजूद कई जगहों पर 48 से 72 घंटे तक बिजली बहाल नहीं हो सकी।
कार्रवाई के संकेत
बिजली विभाग ने साफ किया है कि अगर भविष्य में ऐसी लापरवाही पाई गई तो और अधिक सख्त कदम उठाए जाएंगे। साथ ही निरीक्षण व्यवस्था को और अधिक चुस्त-दुरुस्त करने की योजना भी बनाई जा रही है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति सुचारु रूप से चलती रहे।













