हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, 22 अगस्तः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के मनोचिकित्सा विभाग द्वारा ओपीडी में अत्याधुनिक नशा उपचार केंद्र (एडिक्शन ट्रीटमेंट फैसिलिटी – एटीएफ) का उद्घाटन किया गया। जिसमें नशे के रोगियों का उपचार होगा और उन्हें उपचार विधि की जानकारी दी जाएगी। यह केंद्र राष्ट्रीय नशा मांग न्यूनीकरण कार्ययोजना (एनएपीडीडीआर) के तहत भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के सहयोग से स्थापित किया गया है।
यह केंद्र नशे की लत से जुड़ी समस्याओं के उन्मूलन हेतु इसके विरूद्व चलाये जा रहे प्रयासों को मजबूत करेगा। यहां ओपीडी और आईपीडी देखभाल, मुफ्त दवाएं तथा विशेष रूप से शराब और मादक पदार्थो की लत उपचार की व्यापक सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
उद्घाटन समारोह में चिकित्सा संकाय के डीन एवं जेएनएमसी के प्राचार्य प्रो. मोहम्मद हबीब रजा मुख्य अतिथि और जेएनएमसीएच के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. सैयद अमजद अली रिजवी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने विभाग की सक्रिय पहल की सराहना करते हुए नशामुक्ति सेवाओं की सुलभता पर बल दिया।
अतिथियों का स्वागत करते हुए मनोचिकित्सा विभाग के अध्यक्ष डॉ. मोहम्मद रियाजुद्दीन ने पूर्व अध्यक्ष, प्राचार्य और मंत्रालय के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया और एटीएफ की स्थापना में एएमयू की कुलपति प्रो. नइमा खातून की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। डॉ. फैसल शान ने केंद्र की सेवाओं का परिचय देते हुए शराब एवं मादक पदार्थों लत के लिए विशेष ओपीडी व आईपीडी देखभाल और निःशुल्क उपचार की जानकारी दी।
कार्यक्रम में नव नियुक्त एटीएफ स्टाफ पांच नर्सिंग स्टाफ, दो काउंसलर और एक डेटा मैनेजर का भी सम्मान किया गया, जो गुणवत्तापूर्ण रोगी देखभाल सुनिश्चित करेंगे।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. श्रेया अग्रवाल ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. जितेंद्र कुमार ने प्रस्तुत किया।
आधुनिक सुविधाओं और समर्पित विशेषज्ञों से युक्त यह केंद्र प्रमाण-आधारित उपचार, परामर्श और पुनर्वास सेवाएं प्रदान करेगा। ओपीडी में सुबह 8 बजे से दोपहर 3 बजे तक सेवाएं उपलब्ध होंगी, जिससे मरीजों और उनके परिवारों को सुलभ देखभाल मिल सकेगी। यह पहल स्वास्थ्य सेवा और सामुदायिक सेवा में एएमयू की उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।