हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, 27 अगस्तः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. मोहम्मद असरारुल हक ने नेपाल मेडिको-लीगल सोसाइटी द्वारा आयोजित मेडिको-लीगल कॉन्फ्रेंस 2025 में विशिष्ट अतिथि वक्ता के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में दक्षिण एशियाई देशों सहित कई अन्य देशों के प्रमुख शिक्षाविद्, फॉरेंसिक विशेषज्ञ और मेडिको-लीगल विशेषज्ञ शामिल हुए। सभी ने मिलकर फॉरेंसिक मेडिसिन और मेडिकल जुरीस्प्रूडेंस (विधिक चिकित्सा शास्त्र) से जुड़े समकालीन मुद्दों और नवाचारों पर चर्चा की।
डॉ. हक ने सम्मेलन में ‘फॉरेंसिक मेडिसिन में अज्ञात शवः प्रक्रिया, समस्याएं और न्याय की खोज’ विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने अज्ञात शवों से जुड़े मेडिको-लीगल, नैतिक और सामाजिक मुद्दों को विस्तार से समझाया, और इस दिशा में मानकीकृत प्रक्रियाओं, एजेंसियों के बीच समन्वय, तथा कानूनी सुरक्षा उपायों की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि मृतकों की गरिमा और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके।
अपने व्याख्यान के अतिरिक्त, डॉ. हक ने सम्मेलन के पोस्टर प्रेजेंटेशन सत्र में ‘फैकल्टी अवार्ड श्रेणी’ के निर्णायक के रूप में भी भाग लिया, जहां उन्होंने शोध प्रस्तुतियों का मूल्यांकन किया और शैक्षणिक नवाचार को प्रोत्साहित किया।
डॉ. हक की इस अंतरराष्ट्रीय भागीदारी से न केवल एएमयू को गौरव प्राप्त हुआ है, बल्कि उन्होंने वैश्विक मंच पर भारत की उस संवेदनशील मेडीको-लीगल मुद्दों को सुलझाने की प्रतिबद्धता को भी दर्शाया है।