जेएन मेडिकल कालिज के डॉ. हामिद अशरफ को गर्भावधि मधुमेह पर शोध के लिए प्रतिष्ठित ए.आर. सेठ अवॉर्ड
अलीगढ़, 10 सितंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के राजीव गांधी सेंटर फॉर डायबिटीज़ एंड एंडोक्रिनोलॉजी के वरिष्ठ शिक्षक प्रो. (डा.) हमीद अशरफ को कोलकाता में आयोजित एंडोक्राइन सोसाइटी ऑफ इंडिया (ईएसआई) के 54वें वार्षिक सम्मेलन में प्रतिष्ठित ए.आर. सेठ अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
यह पुरस्कार भारत में हार्माेन और चयापचय (मेटाबॉलिज़्म) संबंधी बीमारियों पर उत्कृष्ट शोध कार्य करने वाले चिकित्सकों और वैज्ञानिकों को प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है। यह भारतीय एंडोक्रिनोलॉजी क्षेत्र का एक सर्वाेच्च सम्मान माना जाता है।
डॉ. अशरफ को यह पुरस्कार गर्भावस्था के दौरान होने वाले डायबिटीज (जेसटेशनल डायबिटीज़ मेलिटस) पर किए गए उनके महत्वपूर्ण शोध के लिए दिया गया। उनके शोध में पाया गया कि क्षेत्र की 40 प्रतिशत से अधिक गर्भवती महिलाएं शुगर की समस्या (डिसग्लाइसीमिया) से प्रभावित हैं। यह आंकड़ा चिंता का विषय है और इस बात की ओर संकेत करता है कि गर्भावस्था के दौरान डायबिटीज़ का समय रहते पता लगाने के लिए भरोसेमंद परीक्षणों की आवश्यकता है, ताकि मां और बच्चे दोनों की सेहत बेहतर बनाई जा सके।
सम्मान मिलने पर डॉ. अशरफ ने कहा कि यह उपलब्धि सिर्फ मेरी नहीं है, बल्कि उस पूरी टीम की है जिसने इस शोध को संभव बनाया। उन्होंने जेएन मेडिकल कालिज के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग, बाल रोग विभाग के सहयोगियों, छात्रों और शोध में भाग लेने वाली महिलाओं का भी आभार व्रूक्त किया।
सम्मेलन में मौजूद विशेषज्ञों ने उनके शोध कार्य को भारत की एक गंभीर स्वास्थ्य चुनौती से निपटने की दिशा में अहम कदम बताया।
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एएमयू के कृषि संकाय द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत पौधारोपण अभियान आयोजित
अलीगढ़, 10 सितंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कृषि संकाय द्वारा ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ के तहत एक पौधारोपण अभियान आयोजित किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अध्यक्ष, शिक्षकगण, गैर-शैक्षणिक स्टाफ और स्नातक व परास्नातक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और हरियाली बढ़ाने की दिशा में योगदान दिया।
डीन प्रो. आर. यू. खान के मार्गदर्शन में लगभग 75 पौधे लगाए गए, जिनमें सजावटी, बागवानी और वृक्ष प्रजातियाँ शामिल थीं। प्रो. खान ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रतिभागियों को जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए पौधारोपण को एक प्रभावी उपाय के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम का समन्वयन प्रो. मोहम्मद सगीर खान ने किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छ और हरा-भरा पर्यावरण मानव जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने सभी से परिसर और आस-पास के क्षेत्रों में हरियाली बढ़ाने की अपील की।
छात्रों ने पौधारोपण की इस गतिविधि में सक्रिय भागीदारी दिखाई, जिससे उनके अंदर पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी और संरक्षण की भावना विकसित हुई।
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एएमयू के वाणिज्य विभाग द्वारा एंटी-रैगिंग जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
अलीगढ़, 10 सितंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग ने विभागाध्यक्ष एवं डीन प्रो. मोहम्मद आसिफ खान के मार्गदर्शन में एक दिवसीय एंटी-रैगिंग जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया।
इस कार्यक्रम का समन्वयन प्रो. इरफान खान और सहायक प्रोफेसर डॉ. नग़्मा अज़हर ने किया। कार्यक्रम में विभाग के शिक्षकगण प्रो. नवाब अली खान, प्रो. आसिया चौधरी और पूर्व शिक्षक प्रो. इमरान सलीम व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
छात्रों को संबोधित करते हुए डॉ. नग़्मा अज़हर ने रैगिंग के गंभीर परिणामों पर प्रकाश डाला। उन्होंने देशभर में घटित कुछ घटनाओं का उदाहरण देते हुए बताया कि किस प्रकार सख्त कार्यवाही के ज़रिए रैगिंग पर रोक लगाई गई है। उन्होंने भारत के सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी दिशा-निर्देशों, एंटी-रैगिंग कानूनों और आपराधिक प्रावधानों की जानकारी दी।
डॉ. अज़हर ने यह भी बताया कि रैगिंग की किसी भी घटना की शिकायत के लिए ऑनलाइन पोर्टल उपलब्ध है, जिससे छात्र सुरक्षित तरीके से शिकायत दर्ज करा सकते हैं। उन्होंने सभी छात्रों से अपील की कि वे एक सुरक्षित, सहयोगी और समावेशी शैक्षणिक माहौल बनाए रखने में सहयोग करें।
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स्वास्थ्य और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए एएमयू में साइक्लिंग राउंड का आयोजन
अलीगढ़, 10 सितंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में स्वास्थ्य, फिटनेस और पर्यावरणीय जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए एक साइक्लिंग राउंड का आयोजन किया गया। यह साइक्लिंग राउंड मो़हसिनुल मुल्क हॉल से शुरू होकर विश्वविद्यालय परिसर तक आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों, कर्मचारियों और विश्वविद्यालय प्रशासन के सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
एएमयू के रजिस्ट्रार मोहम्मद इमरान (आईपीएस) ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया और साइक्लिंग को पर्यावरण के अनुकूल एवं टिकाऊ परिवहन का साधन बताते हुए इसके महत्व पर जोर दिया।
मो़हसिनुल मुल्क हॉल के प्रोवोस्ट प्रो. मोहम्मद नसीम खान, हॉल के वार्डन, स्टाफ और बड़ी संख्या में छात्र भी इस पहल में सक्रिय रूप से शामिल हुए।
यह पहल न केवल स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने में एएमयू की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि छात्रों और हॉल प्रशासन के बीच आपसी सहयोग और संबंधों को भी मजबूत करती है। कार्यक्रम का समापन उच्च भागीदारी और सकारात्मक प्रतिक्रिया के साथ हुआ, जो हरित और स्वस्थ परिसर की दिशा में एक और कदम है।
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