हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
हरियाणा में आईपीएस अधिकारी वाई पूरन की आत्महत्या मामले ने पुलिस महकमे में भूचाल मचा दिया है। इस केस में डीजीपी समेत 13 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन सभी पर आईपीएस वाई पूरन को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है। इसके अलावा, मामला अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (एससी-एसटी) अधिनियम के तहत भी दर्ज किया गया है।
एफआईआर मृतक अधिकारी की पत्नी अमनीत पूरन की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई है, जिन्होंने आरोप लगाया है कि उनके पति को लगातार उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा था। इस शिकायत में कई शीर्ष अधिकारियों के नाम शामिल होने से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।
फिलहाल पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। यह कार्रवाई हरियाणा पुलिस विभाग के उच्च स्तर पर जवाबदेही और पारदर्शिता को लेकर बड़े सवाल खड़े कर रही है। राज्य सरकार और गृह विभाग भी इस पूरे प्रकरण की निगरानी कर रहे हैं।

















