हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ की नई विधानसभा भवन का उद्घाटन करेंगे। 324 करोड़ की लागत से बनी यह इमारत पारंपरिक कला और आधुनिक तकनीक का अद्भुत संगम है। इसकी छत पर चावल के दानों और पत्तियों की नक्काशी राज्य की “भारत का चावल का कटोरा” पहचान को दर्शाती है। बस्तर के कारीगरों द्वारा बनाए दरवाजे और फर्नीचर इसे स्थानीय स्पर्श देते हैं।
नई विधानसभा तीन विंग में विभाजित है—विंग A में सचिवालय, विंग B में मुख्यमंत्री और स्पीकर के कक्ष, तथा विंग C में मंत्रियों के कार्यालय हैं। इसमें 500 सीटों का ऑडिटोरियम और 100 सीटों वाला सेंट्रल हॉल भी शामिल है। यह बिल्डिंग सोलर पावर, वर्षा जल संचयन और पेपरलेस सिस्टम से युक्त है, जो ग्रीन और डिजिटल गवर्नेंस की दिशा में राज्य की बड़ी पहल है।
प्रधानमंत्री इस अवसर पर 14,260 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे। इनमें सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य और ऊर्जा क्षेत्र की प्रमुख योजनाएं शामिल हैं। ग्रामीण आजीविका को सशक्त करने हेतु 12 नए स्टार्ट-अप विलेज एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम (SVEP) ब्लॉक्स शुरू किए जाएंगे। इसके साथ पीएम मोदी प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 3 लाख लाभार्थियों के लिए 1,200 करोड़ रुपये जारी करेंगे।
सड़क कनेक्टिविटी के क्षेत्र में, पथलगांव-कुनकुरी से झारखंड सीमा तक 3,150 करोड़ की लागत से चार-लेन ग्रीनफील्ड हाईवे का शिलान्यास होगा, जो प्रमुख औद्योगिक और खनन क्षेत्रों को जोड़ेगा। साथ ही NH-130D और NH-130C के अपग्रेडेशन से आदिवासी इलाकों में सड़क सुविधा बेहतर होगी।
ऊर्जा क्षेत्र में 3,750 करोड़ की परियोजनाओं से पावर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती मिलेगी। ER-WR इंटरकनेक्शन प्रोजेक्ट से 1,600 MW ट्रांसफर कैपेसिटी बढ़ेगी। रिवाम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (RDSS) के तहत 1,860 करोड़ की योजनाएं बिजली वितरण को विश्वसनीय बनाएंगी। इन सभी प्रयासों से छत्तीसगढ़ में विकास, कनेक्टिविटी और ऊर्जा आत्मनिर्भरता की नई राह खुलेगी।













