हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
नई दिल्ली, 8 नवम्बर। संसद का शीतकालीन सत्र इस बार 1 दिसंबर से 19 दिसंबर 2025 तक आयोजित होगा। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। रिजिजू ने उम्मीद जताई कि यह सत्र रचनात्मक, सार्थक और भारतीय लोकतंत्र को मजबूत करने वाला साबित होगा, जिससे जनता की आकांक्षाओं को पूरा किया जा सके।
हालांकि, इस बार भी संसद में भारी हंगामे की संभावना जताई जा रही है। विपक्षी दल विशेष पुनरीक्षण अभियान (SIR) के दूसरे चरण, ‘वोट चोरी’ और अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं। माना जा रहा है कि बीते मानसून सत्र की तरह शीतकालीन सत्र भी तीखी बहसों और विरोध प्रदर्शनों से प्रभावित रह सकता है।
गौरतलब है कि मानसून सत्र का अधिकतर समय नारेबाजी और विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया था। निर्धारित 120 घंटे के सत्र में लोकसभा में सिर्फ 37 घंटे और राज्यसभा में 41 घंटे 15 मिनट का ही कामकाज हो सका था, जो मात्र 38.88 प्रतिशत रहा। इस बार भी समान परिस्थितियों के बीच सरकार और विपक्ष के बीच टकराव की पूरी आशंका है।













