हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
महाराष्ट्र में होने वाले नगर पंचायत और नगर परिषद चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मतदान से पहले ही जबरदस्त बढ़त बना ली है। नामांकन वापसी की अंतिम तिथि तक बीजेपी के 100 नगर सेवक और 3 नगर अध्यक्ष बिना मुकाबले ही निर्विरोध निर्वाचित घोषित हो चुके हैं। इससे बीजेपी को शुरुआती दौर में ही बड़ी सफलता मिल गई है, जिसने पार्टी के मनोबल और रणनीति को और मजबूत कर दिया है।
बीजेपी की इस अप्रत्याशित बढ़त के पीछे विपक्षी दलों की कमजोर तैयारी और कई वार्डों में प्रत्याशी न उतारना प्रमुख कारण माना जा रहा है। राज्य के कई क्षेत्रों में विपक्ष ने मुकाबले में उतरने से परहेज किया, जिससे बीजेपी को स्वतः ही कई सीटें मिल गईं। पार्टी नेताओं ने इसे केंद्र और राज्य सरकारों की नीतियों में जनता के बढ़ते विश्वास का परिणाम बताया है।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष रवींद्र चव्हाण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की नेतृत्व क्षमता पर जनता का भरोसा लगातार बढ़ा है। विकास कार्यों और कल्याणकारी योजनाओं की वजह से विपक्ष कई जगहों पर मैदान में उतरने से बचा।
कहाँ से मिली सबसे ज्यादा निर्विरोध जीत?
निर्विरोध जीत के आंकड़े मुख्य रूप से उत्तर महाराष्ट्र और पश्चिम महाराष्ट्र जैसे मजबूत संगठनात्मक क्षेत्रों से सामने आए हैं। इन इलाकों में बीजेपी की पकड़ स्थानीय स्तर पर काफी मजबूत मानी जाती है और इसका लाभ पार्टी को सीधे तौर पर मिला है। इन क्षेत्रों में बीजेपी ने सबसे अधिक बढ़त बनाई, जबकि विपक्ष बहुत पीछे रह गया।
2 दिसंबर को पूरे महाराष्ट्र में नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों के लिए मतदान होगा, जबकि 3 दिसंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे। मतदान से पहले ही मिली यह बंपर जीत विपक्ष के लिए गंभीर चुनौती बनकर उभरी है और चुनावी माहौल को बीजेपी के पक्ष में झुका चुकी है।













