हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: 4 अप्रैल: 2025:लखनऊ,
लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित अन्य जिलों के सरकारी अस्पतालों में आयुष डॉक्टरों की भारी कमी से मरीजों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 21 आयुष डॉक्टरों की भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन चार महीने बीत जाने के बाद भी वॉक-इन इंटरव्यू की तारीख तय नहीं हो सकी है।
स्वास्थ्य विभाग को इस भर्ती प्रक्रिया में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रत्येक पद पर 100 से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन किया है, जिससे चयन प्रक्रिया और भी जटिल हो गई है। इसके चलते न सिर्फ भर्ती प्रक्रिया में देरी हो रही है, बल्कि आयुष यूनिटों में डॉक्टरों की कमी भी बनी हुई है।
प्रदेश के कई सरकारी अस्पतालों में आयुष यूनिट तो स्थापित हैं, लेकिन डॉक्टरों की अनुपस्थिति के कारण वहां पर इलाज का कार्य बाधित हो रहा है। खासकर ग्रामीण इलाकों में जहां आयुष चिकित्सा पद्धति पर लोग ज्यादा निर्भर रहते हैं, वहां यह कमी और भी गंभीर रूप ले रही है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि भर्ती की देरी से मरीजों को जो असुविधा हो रही है, वह फिलहाल बनी हुई है।