भारत ने फिर दिखाया आतंक पर ‘ज़ीरो टॉलरेंस’, राणा के प्रत्यर्पण को बताया नई नीति का उदाहरण
हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 10अप्रैल: 2025,
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने 26/11 मुंबई आतंकी हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण का स्वागत करते हुए इसे भारत की आतंक के प्रति सख्त नीति का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह केवल एक प्रत्यर्पण नहीं, बल्कि “नए भारत” के संकल्प का प्रमाण है कि अब देश आतंकी हमलों पर चुप नहीं बैठेगा, बल्कि सख्त जवाब देगा।
शहजाद ने कहा कि राणा का प्रत्यर्पण 138 भारतीय पीड़ितों के साथ-साथ अन्य देशों के पीड़ितों के लिए भी न्याय की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने इसे देश की सुरक्षा, खुफिया, अभियोजन और आतंकवाद-निरोधक एजेंसियों की एक बड़ी जीत करार दिया।
“भारत पाताल से भी आतंकियों को खोज निकालेगा” – पूनावाला
शहजाद पूनावाला ने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में यह स्पष्ट संदेश दिया था कि अगर कोई भारत की अखंडता, सुरक्षा या नागरिकों पर हमला करेगा, तो भारत उन्हें पाताल से भी खोजकर न्याय के कटघरे में लाएगा। तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण इसी विचारधारा की जीवंत मिसाल है।
उन्होंने कहा, “यह एक चेतावनी है हर उस आतंकी और आतंकी साजिशकर्ता के लिए जो सोचते हैं कि भारत से दूर रहकर वे बच जाएंगे। भारत अब उन्हें चुन-चुन कर ढूंढेगा और सज़ा दिलाएगा।”
पीयूष गोयल ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा – “कसाब को बिरयानी परोसी गई”
इस बीच केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी 26/11 हमलों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब मुंबई पर हमला हुआ, तो उस समय की सरकार ने मुख्य आरोपियों को सजा दिलाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
उन्होंने दावा किया कि उस समय अजमल कसाब को केवल “बिरयानी परोसी गई” और कांग्रेस सरकार ने लचर रवैया अपनाया। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंक के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए यह संकल्प लिया है कि हमलावरों को भारतीय न्याय व्यवस्था का सामना कराना ही राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी है।
गोयल ने कहा, “जिस होटल पर आतंकियों ने हमला किया था, आज हम उसी जगह खड़े हैं। वहां लोग मारे गए, लेकिन कांग्रेस ने उन दोषियों को सजा दिलाने में असफलता दिखाई। आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में उन सभी को न्याय के कटघरे में लाया जा रहा है।”