हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 24 अप्रैल: 2025,
नई दिल्ली: पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए निर्दोष लोगों की याद में गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें दो मिनट का मौन रखा गया। इस बैठक में भारत सरकार द्वारा उठाए गए कड़े कदमों को समर्थन देने का आह्वान किया गया।
भारत के कड़े कदम: बैठक के दौरान सरकार ने स्पष्ट किया कि उसने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं। इनमें प्रमुख हैं:
- सिंधु जल संधि का स्थगन – पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को तब तक स्थगित रखने का निर्णय लिया जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता।
- पाकिस्तानी अधिकारियों का निष्कासन – सरकार ने पाकिस्तानी अधिकारियों को निष्कासित कर दिया।
- वीजा रद्द – सरकार ने सार्क वीजा छूट योजना के तहत पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए वीजा रद्द कर दिए हैं।
- अटारी चेक पोस्ट बंद करना – अटारी चेक पोस्ट को बंद कर दिया गया है।
सर्वदलीय बैठक का महत्व: इस सर्वदलीय बैठक में विभिन्न दलों के प्रमुख नेताओं ने भाग लिया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सभी दलों ने हमले की कड़ी निंदा की है और सरकार के किसी भी एक्शन का समर्थन करने का संकल्प लिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस समय सरकार के हर कदम को समर्थन देने की बात कही। टीएमसी के सुदीप बंद्योपाध्याय ने सुरक्षा चूक पर चर्चा की और कहा कि सभी पार्टियां आतंकवाद से निपटने में सरकार के साथ खड़ी हैं।
बैठक में शामिल नेताओं की सूची: सर्वदलीय बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, टीएमसी के सुदीप बंद्योपाध्याय, सपा के राम गोपाल यादव, राकांपा की सुप्रिया सुले, द्रमुक के तिरुचि शिवा, भाजपा के जेपी नड्डा, और अन्य प्रमुख नेता उपस्थित थे।
पुलवामा हमले का संदर्भ: सर्वदलीय बैठक का आयोजन 2019 के पुलवामा हमले के बाद के घटनाक्रम के बीच किया गया, जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए थे, और अब पहलगाम हमले में शहीद हुए लोगों की याद में इसी तरह के कड़े निर्णयों की श्रृंखला जारी रखी जा रही है।