हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 26 अप्रैल: 2025,
पहलगाम में भीषण आतंकी हमला: 26 लोगों की मौत
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले की बैसरन घाटी, जो एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, वहां मंगलवार को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। आतंकवादियों ने अचानक अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई। यह हमला कश्मीर में बीते दो दशकों में सबसे घातक हमला माना जा रहा है। हमले ने देश के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर भी चिंता और आक्रोश को जन्म दिया है।
भारत की सख्त कूटनीतिक प्रतिक्रिया
हमले के तुरंत बाद भारत सरकार ने कई कड़े और निर्णायक कदम उठाए:
- अटारी एकीकृत चेक पोस्ट (ICP) को बंद करने का निर्णय लिया गया।
- SAARC वीज़ा छूट योजना को पाकिस्तानी नागरिकों के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
- भारत और पाकिस्तान के उच्चायोगों में अधिकारियों की संख्या में कटौती की गई।
- सबसे बड़ा कदम यह रहा कि भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को समाप्त करने की घोषणा कर दी, यह कहते हुए कि अब भारत सिंधु नदी का एक भी बूंद पानी पाकिस्तान में नहीं जाने देगा।
डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिक्रिया: “यह बहुत बुरा हमला था”
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एयरफोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए इस हमले को “बहुत बुरा” बताया। उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की और अमेरिका की ओर से पूरा समर्थन व्यक्त किया। ट्रंप ने कहा:
“मैं भारत और पाकिस्तान के बहुत करीब हूं। कश्मीर में यह संघर्ष हजारों सालों से चला आ रहा है और कल का हमला बहुत ही चिंताजनक था।”
उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत और पाकिस्तान दोनों देश संयम बरतेंगे और इस स्थिति का हल निकालने की कोशिश करेंगे।
“दक्षिण एशिया में अमेरिका की भूमिका महत्वपूर्ण”
ट्रंप की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब भारत-पाक संबंधों में जबरदस्त तनाव बना हुआ है। उनका बयान न केवल भारत को वैश्विक समर्थन देता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि अमेरिका अब भी दक्षिण एशिया में शांति स्थापना की प्रक्रिया में एक अहम भागीदार बना हुआ है।