हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 27 अप्रैल: 2025,
दिल्ली में आयकर विभाग की “फेसलेस असेसमेंट स्कीम” में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई ने आयकर विभाग के उपायुक्त आर. विजयेंद्र और चार्टर्ड अकाउंटेंट डीके अग्रवाल को गिरफ्तार कर राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दोनों आरोपियों को तीन दिन की सीबीआई हिरासत में भेजने का आदेश दिया।
सीबीआई का आरोप है कि विजयेंद्र और अग्रवाल ने उच्च-मूल्य वाले आयकर आकलन मामलों में रिश्वत लेकर करदाताओं के पक्ष में अनुकूल आदेश दिलाने का वादा किया था। सीबीआई ने अदालत में दावा किया कि आरोपियों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करने के लिए तीन दिन की हिरासत आवश्यक है।
फेसलेस असेसमेंट स्कीम क्या है?
सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि वित्त मंत्रालय ने भ्रष्टाचार को समाप्त करने और पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से “फेसलेस असेसमेंट स्कीम” शुरू की थी। इस स्कीम का उद्देश्य आयकर अधिकारियों और करदाताओं के बीच सीधे संपर्क को समाप्त करना था ताकि मानवीय हस्तक्षेप और भ्रष्टाचार को रोका जा सके।
आरोपियों की ओर से दलीलें
आयकर विभाग के उपायुक्त आर. विजयेंद्र के वकील प्रमोद कुमार दुबे ने सीबीआई की कार्रवाई को गैर-कानूनी बताया और कहा कि उनके मुवक्किल को जांच के लिए कभी भी तलब नहीं किया गया। उन्होंने यह भी तर्क दिया कि आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं हैं और न ही उन्हें जांच को प्रभावित करने का कोई अवसर मिला है।
सीबीआई की मांग:
सीबीआई ने अदालत से आरोपियों की सात दिन की पुलिस रिमांड की मांग की थी, ताकि वे मामले की गहन जांच कर सकें और बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा कर सकें।
अदालत ने दोनों आरोपियों को 29 अप्रैल तक सीबीआई हिरासत में भेजने का आदेश दिया है, और आगे की जांच जारी है।