हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 6 मई : 2025,
जोशीमठ (उत्तराखंड)। ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद Saraswati ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हिन्दू धर्म से बाहर घोषित कर दिया है। उन्होंने कहा कि “जो व्यक्ति हिन्दू धर्मशास्त्रों और ग्रंथों में आस्था नहीं रखता, वह हिन्दू नहीं हो सकता।”
यह बयान उस वक्त आया जब राहुल गांधी द्वारा मनुस्मृति पर टिप्पणी की गई थी, जिसके बाद शंकराचार्य ने उनसे सफाई मांगी थी, लेकिन कोई उत्तर नहीं मिला। इस पर स्वामी जी ने कहा, “यदि कोई व्यक्ति मनुस्मृति की आलोचना करता है तो वह सनातन धर्म का अनुयायी कैसे हो सकता है?”
उन्होंने आगे उदाहरण देते हुए कहा, “अगर कोई कहे कि वह मुस्लिम है और कुरान की निंदा करे, या कोई ईसाई होकर बाइबल की आलोचना करे, तो क्या वे अपने-अपने धर्म में बने रह सकते हैं?” इसी तरह मनुस्मृति हिन्दू धर्म का एक प्रमुख धर्मशास्त्र है, और उसकी निंदा करने वाला व्यक्ति हिन्दू कैसे रह सकता है?
“जनेऊ पहन लेने से कोई हिन्दू नहीं बनता”
राहुल गांधी के जनेऊ पहनने पर शंकराचार्य ने कटाक्ष करते हुए कहा, “नाटक में भी लोग राजा का वेश धारण करते हैं, क्या वे राजा बन जाते हैं?” उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म की पहचान उसके धर्मग्रंथों में आस्था है।
सरकार और धर्म पर तीखे सवाल
शंकराचार्य ने हाल ही में पहलगाम में हुई घटना को दुखद बताते हुए सरकार से कड़ा जवाब देने की मांग की। वक्फ बोर्ड पर उन्होंने कहा कि इसे तुरंत भंग किया जाए और सरकार को धर्म में हस्तक्षेप से दूर रहना चाहिए।
पाकिस्तान पर कार्रवाई और PoK मुक्त करने की मांग
उन्होंने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को मुक्त कराने की मांग करते हुए कहा कि यह समय इसके लिए सबसे अनुकूल है। उन्होंने कांग्रेस और भाजपा दोनों पर निशाना साधा और जातिगत जनगणना को लेकर दोनों दलों की कथित मिलीभगत की बात कही।