हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 11 मई : 2025,
आगरा। थाना ट्रांस यमुना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए गांजा तस्करी के नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने झरना नाले के पास से एक ट्रक को रोका, जिसमें केले के पत्तों के नीचे छिपाकर 191 किलो गांजा ले जाया जा रहा था। इस मामले में दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है और एक पुराने तस्करी नेटवर्क की भी परतें खुली हैं।
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक ट्रक में गांजा छिपाकर आगरा की ओर लाया जा रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए झरना नाले के पास चेकिंग के दौरान ट्रक को रोका। जांच में पाया गया कि ट्रक में केले के पत्तों के नीचे छह प्लास्टिक के कट्टों में गांजा छिपाकर रखा गया था। मौके से एक इलेक्ट्रॉनिक तराजू भी बरामद किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोनू शर्मा निवासी धौलपुर (राजस्थान) और दीपू गोस्वामी निवासी मुरैना (मध्यप्रदेश) के रूप में हुई है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि दोनों आरोपी आपस में जीजा-साले हैं और लंबे समय से गांजा तस्करी के काम में लिप्त हैं।
ओडिशा से मंगाते थे गांजा
आरोपियों ने बताया कि वे ओडिशा से सस्ते दामों में कुंतल के हिसाब से गांजा खरीदते हैं और उसे ट्रकों के माध्यम से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में सप्लाई करते हैं। पुलिस को चकमा देने के लिए गांजे को केले के पत्तों के नीचे छिपाकर लाया जाता है। मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद और अलीगढ़ जैसे जिलों में यह गांजा 10,000 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचा जाता है।
पुराने तस्कर के नेटवर्क से जुड़ा मामला
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि यह गिरोह थाना ट्रांस यमुना क्षेत्र के गढ़ी जीवन निवासी प्रमोद गोस्वामी से जुड़ा है। प्रमोद गोस्वामी 2023 में गांजा तस्करी के मामले में जेल जा चुका है और उस पर पहले से कई मामले दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि प्रमोद ने तस्करी के जरिए बड़ी संपत्ति भी अर्जित की है। फिलहाल पुलिस प्रमोद के नेटवर्क की भी जांच कर रही है और अन्य सहयोगियों की तलाश जारी है।
पुलिस की कार्रवाई
एसएसपी आगरा की अगुवाई में की गई इस कार्रवाई को जिले की अब तक की बड़ी नशीले पदार्थों के खिलाफ सफलता माना जा रहा है। पुलिस ने NDPS एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।