हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 14अप्रैल: 2025,
आम आदमी पार्टी की मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने नेशनल हेराल्ड केस से लेकर वक्फ संशोधन बिल, शिक्षा व्यवस्था, और भगौड़े आर्थिक अपराधियों तक कई मुद्दों पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
“अगर केजरीवाल को गिरफ्तार कर सकते हैं, तो राहुल गांधी को क्यों नहीं?”
प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि मोदी सरकार और उसके अधीन सभी जांच एजेंसियां पिछले 10 वर्षों से नेशनल हेराल्ड केस की जांच कर रही हैं, लेकिन आज तक राहुल गांधी या कांग्रेस पार्टी के किसी भी नेता को गिरफ्तार नहीं किया गया। उन्होंने सवाल उठाया, “जब दिल्ली के सिटिंग मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बिना किसी ठोस सबूत और कानूनी प्रक्रिया का पालन किए गिरफ्तार किया जा सकता है, तो फिर राहुल गांधी को क्यों नहीं?”
“नेशनल हेराल्ड का मुद्दा सिर्फ चुनावी हथियार”
AAP प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि बीजेपी हर चुनाव से पहले नेशनल हेराल्ड केस को उछालती है, लेकिन चुनाव के बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है। उन्होंने कहा कि ये केवल राजनीतिक स्टंट है और इसमें कांग्रेस और बीजेपी की मिलीभगत है। “अगर ये पार्टियाँ एक नहीं हैं, तो राहुल गांधी को अरेस्ट क्यों नहीं किया गया?” – प्रियंका कक्कड़ ने पूछा।
“शिक्षा पर ध्यान दिया होता तो आज हालात कुछ और होते”
डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर, प्रियंका कक्कड़ ने प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि अगर उन्होंने पिछले 10 सालों में शिक्षा पर ध्यान दिया होता, तो आज लोगों को पकौड़े तलने या पंचर लगाने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ता। उन्होंने कहा कि पीएम की भाषा में लगातार गिरावट आई है, और ये प्रधानमंत्री पद की गरिमा के खिलाफ है।
वक्फ अमेंडमेंट बिल पर भी AAP का विरोध
वक्फ संशोधन बिल पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि यह बिल संविधान के अनुच्छेद 26 का उल्लंघन है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी की मंशा है कि मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों और वक्फ की संपत्तियों को हड़प कर अपने पूंजीपति मित्रों को सौंपा जाए। यह बिल पूरी तरह से असंवैधानिक है और धर्मिक स्वतंत्रता पर हमला है।
“मेहुल चोकसी, नीरव मोदी और विजय माल्या का क्या हुआ?”
भगोड़े आर्थिक अपराधियों की बात करते हुए प्रियंका कक्कड़ ने सवाल उठाया कि मेहुल चोकसी को देश से भगाने वाला कौन था? उन्होंने पूछा कि बीजेपी सरकार क्या चोकसी को वाकई भारत ला पाएगी? और अगर ले भी आए तो क्या प्रधानमंत्री मोदी उन्हें मन से माफ नहीं कर देंगे?
उन्होंने कहा कि बीजेपी हर छह महीने में माहौल बनाती है कि “नीरव मोदी, दाउद इब्राहिम, मेहुल चोकसी, विजय माल्या वापस लाए जाएंगे”, लेकिन अब तक कोई नहीं लाया गया है। यह जनता को गुमराह करने की राजनीति है।