हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 26 अप्रैल: 2025,
पहलगाम हमले ने देशभर में भड़काई आक्रोश की लपटें
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन वैली में हुए भीषण आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हमले में 26 निर्दोष टूरिस्टों की मौत हो गई, जिससे पूरे देश में शोक और गुस्से का माहौल है। नागरिकों से लेकर संत समाज तक, हर कोई पाकिस्तान को इस कायराना हरकत का करारा जवाब देने की मांग कर रहा है।
मथुरा में साधु-संतों का विरोध प्रदर्शन
इस हमले के बाद मथुरा के बांके बिहारी मंदिर क्षेत्र में साधु-संतों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। शनिवार को वृंदावन के विद्यापीठ चौराहे से साधु-संतों का एक जत्था जागरूकता अभियान पर निकला। इस अभियान के तहत दुकानदारों से यह अपील की गई कि वे किसी विशेष धर्म के लोगों को अपनी दुकानों पर काम पर न रखें।
दुकानदारों से की विशेष अपील
साधु-संतों ने दुकानदारों को समझाया कि वर्तमान हालात को देखते हुए सावधानी बरतनी आवश्यक है। सभी दुकानदारों से आग्रह किया गया कि वे किसी भी धर्म विशेष के व्यक्ति से सेवा न लें और अपनी दुकानों पर हिंदू धर्म के लोगों को ही रोजगार दें। इस दौरान बांके बिहारी मंदिर के आसपास के बाजार में दो मुस्लिम दुकानदार भी सामने आए, जो अपना नाम छुपाकर पोशाक और श्रृंगार का व्यवसाय कर रहे थे।
दुकानों के बाहर नाम लिखने की मांग
आंदोलन के दौरान साधु-संतों ने सभी दुकानदारों से अपनी दुकानों के बाहर अपना नाम लिखने का भी आग्रह किया, ताकि ग्राहक जान सकें कि दुकान किस व्यक्ति द्वारा चलाई जा रही है। हिंदू धर्माचार्यों ने विशेष रूप से अपील की कि हिंदू व्यापारी किसी भी मुस्लिम व्यक्ति को रोजगार न दें और यदि कोई रखना ही है तो केवल हिंदू भाई-बहनों को ही अवसर दें।
आक्रोश का कारण: हिंदुओं को निशाना बनाकर हत्या
साधु-संतों का कहना है कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले में नाम पूछ-पूछकर हिंदुओं की हत्या की गई। इसी अन्याय और बर्बरता के विरोध में उन्होंने यह अभियान छेड़ा है। साधु-संतों का मानना है कि अब समय आ गया है जब हर नागरिक को सतर्क रहकर अपने धर्म और देश की रक्षा के लिए संगठित होना चाहिए।