अलीगढ़ में साइबर ठगी और एटीएम फ्रॉड की घटनाएं बढ़ीं: व्यापारी और भाजपा कार्यकर्ता सहित कई लोग बने शिकार
अलीगढ़,
अलीगढ़ में साइबर अपराध और एटीएम फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ताजा घटनाओं में बन्नादेवी क्षेत्र के एक प्रिंटिंग प्रेस संचालक, एक भाजपा कार्यकर्ता और एक युवक से अस्पताल में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की गई है। पुलिस ने तीनों मामलों में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
27.20 लाख की साइबर ठगी: ई-सिम बनाकर उड़ाए रुपये
बन्नादेवी क्षेत्र स्थित संकल्प अपार्टमेंट, रघुवीरपुरी निवासी जागेश कुमार वार्ष्णेय, जो अचल रोड पर संसार प्रिंटिंग प्रेस चलाते हैं, से 27.20 लाख रुपये की ठगी की गई। जागेश के दो बैंक खाते हैं – एक पीएनबी एसवी कॉलेज शाखा में और दूसरा केनरा बैंक SME शाखा, गूलर रोड में।
16 जुलाई को जब वह बैंक में शिकायत लेकर पहुंचे कि उनके मोबाइल पर अकाउंट डिटेल्स नहीं आ रही हैं, तो उन्हें प्रार्थना पत्र देने की सलाह दी गई। जैसे ही वे बाहर निकले, दोपहर 1:27 बजे एक व्हाट्सएप कॉल आया, जिसमें कॉलर ने खुद को पीएनबी कर्मचारी बताते हुए अकाउंट डिटेल्स मांगी। डिटेल देने के बाद आरोपी ने ई-सिम बनवा लिया और 21 से 25 जुलाई के बीच उनके केनरा बैंक खाते से कुल ₹27,20,015 उड़ा लिए।
साइबर क्राइम थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
एटीएम में फंसा कार्ड, खाते से 23 हजार की निकासी
देहलीगेट क्षेत्र के मोहल्ला खटीकान निवासी भाजपा कार्यकर्ता अम्तेश्वर से एटीएम फ्रॉड का मामला सामने आया है।
26 जुलाई को वह बारहद्वारी स्थित SBI एटीएम पर रुपये निकालने गए। कार्ड मशीन में डालते ही फंस गया और रुपये भी खाते से कट गए, लेकिन बाहर नहीं निकले। परेशान होकर उन्होंने एटीएम पर लिखे टोल फ्री नंबर पर कॉल किया। फोन उठाने वाले युवक ने कहा कि कर्मचारी बाइक से नहीं आ सकता, आप बस स्टैंड आ जाइए।
जब अम्तेश्वर बस स्टैंड पहुंचे, वहां कोई मौजूद नहीं था। इसी बीच एक युवक एटीएम में घुसकर कार्ड निकालकर 23 हजार रुपये निकाल ले गया।
घटना सीसीटीवी में कैद हुई है। इंस्पेक्टर शिवप्रताप सिंह ने बताया कि फुटेज के आधार पर आरोपी की तलाश जारी है।
अस्पताल में नौकरी दिलाने के नाम पर 1.08 लाख की ठगी
जवां थाना क्षेत्र के गांव सांथा निवासी उमेश कुमार शर्मा से उनके पुराने दोस्त ने नौकरी दिलाने के नाम पर ₹1.08 लाख ठग लिए।
आरोपी आगरा के टोढ़ी का पुरा निवासी रामसुंदर है, जो ग्रेटर नोएडा की एक मोबाइल कंपनी में उमेश का सहकर्मी रह चुका है। रामसुंदर ने जिला चिकित्सालय, उन्नाव में कंप्यूटर ऑपरेटर पद पर नियुक्ति का झांसा दिया। फर्जी डॉक्युमेंट भेजे गए, लेकिन नियुक्ति नहीं हुई।
आरोपी ने पहले ₹30,000 ऑनलाइन लिए, फिर अलीगढ़ पोस्टिंग के नाम पर ₹15,000 और अन्य तरीकों से कुल ₹1,08,000 ऐंठ लिए।
अब कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की है।