हिन्दुस्तान मिरर न्यूज ,27 जून 2025
अलीगढ़ शहरवासियों के लिए 44 वर्षों बाद एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। वर्षों से लंबित रिंग रोड परियोजना को लेकर अब उम्मीदें बंधने लगी हैं। वर्ष 1981 से लेकर अब तक के सभी मास्टर प्लानों में रिंग रोड को शामिल किया गया था, लेकिन किसी न किसी कारणवश यह योजना फाइलों में ही सिमटी रह गई। अब नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार करवाई जा रही है। इसका सर्वे कार्य भी शुरू हो चुका है।
इस रिंग रोड का उद्देश्य शहर के बाहरी इलाकों को जोड़ना और मुख्य शहर में ट्रैफिक का बोझ कम करना है। वर्तमान में शहर की प्रमुख सड़कों पर यातायात का अत्यधिक दबाव है, जिससे न केवल वाहन चालकों को परेशानी होती है, बल्कि प्रदूषण भी बढ़ता है। यदि यह परियोजना मूर्त रूप लेती है, तो शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव आ सकता है।
स्थानीय नागरिकों और जनप्रतिनिधियों ने भी रिंग रोड के निर्माण की मांग को कई वर्षों से उठाया है। पूर्व सांसद और विधायक भी इस दिशा में प्रयासरत रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया था। अब जब एनएचएआई इस दिशा में सक्रिय हुई है, तो नागरिकों को उम्मीद है कि यह योजना अब केवल कागजों में नहीं रहेगी।
वहीं, प्रशासन का कहना है कि भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को पारदर्शी और जनहितकारी बनाया जाएगा। किसानों को उचित मुआवजा देने की बात भी कही गई है। कुल मिलाकर, यह परियोजना न केवल अलीगढ़ की यातायात समस्या का समाधान करेगी, बल्कि आर्थिक और औद्योगिक गतिविधियों को भी गति देगी।