हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, 28 अगस्तः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के एनेस्थीसिया विभाग में प्रोफेसर तथा पेन क्लिनिक के प्रभारी सलाहकार डॉ. हम्माद उस्मानी ने यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स (यूके) में आयोजित इंटरवेंशनल स्पाइनल पेन मैनेजमेंट प्रक्रियाओं पर आधारित गहन कैडावेरिक वर्कशॉप में भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान, डॉ. उस्मानी ने दर्द प्रबंधन के लिए नवीनतम तकनीकों विशेष रूप से एडवांस्ड रेडियोफ्रिक्वेंसी तकनीक, इन्ट्रा-डिस्कल प्रक्रियाएं और स्पाइनल कॉर्ड स्टिमुलेशन का व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त किया। ये तकनीकें आजकल दीर्घकालिक (क्रॉनिक) दर्द के उपचार में अत्यधिक प्रभावी मानी जा रही हैं।
इस कार्यशाला में प्रतिभागियों को कैडावेर (शव) नमूनों पर प्रत्यक्ष अभ्यास का अवसर मिला, जिससे जटिल स्पाइनल प्रक्रियाओं को अधिक सटीकता से करने में दक्षता हासिल हुई। डॉ. उस्मानी ने क्रॉनिक पीठ दर्द, लुंबोसैक्रल एवं सर्वाइकल रैडिकुलोपैथी, गर्दन का पुराना दर्द, स्पाइनल सर्जरी के बाद होने वाला दर्द, और पुराने सिरदर्द जैसे रोगों के उपचार के लिए कई उन्नत तकनीकों में महारत प्राप्त की।
उन्हें आधुनिक इंटरवेंशनल उपकरणों जैसे कि रेडियोफ्रिक्वेंसी तकनीक, इन्ट्रा-डिस्कल प्रक्रियाएं, और स्पाइनल कॉर्ड स्टिमुलेटर के उपयोग का भी गहन प्रशिक्षण दिया गया।
डॉ. उस्मानी ने कहा कि इस तरह के वैश्विक अकादमिक अभ्यास चिकित्सकों को इंटरवेंशनल पेन मेडिसिन में नवीनतम नवाचारों से अपडेट रहने में मदद करते हैं। इस कार्यशाला में उनकी भागीदारी न केवल उनकी विशेषज्ञता को बढ़ाती है, बल्कि एएमयू की अंतरराष्ट्रीय चिकित्सा अनुसंधान और प्रशिक्षण में बढ़ती भागीदारी को भी दर्शाती है।
यह गहन कार्यशाला, जिसे स्पाइनल इंटरवेंशन्स में क्लीनिकल कौशल विकास के अग्रणी वैश्विक मंचों में से एक माना जाता है, में विश्वभर से लगभग 30 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम आधुनिक दर्द निवारण तकनीकों में ज्ञान-विनिमय और कौशल वृद्धि का एक प्रभावी मंच रहा।