हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
मथुरा। जन्माष्टमी के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को श्रीकृष्ण जन्मभूमि पहुंचे। उन्होंने गर्भगृह, योगमाया मंदिर और भागवत भवन में दर्शन-पूजन किया। इस दौरान उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण को नमन करते हुए कहा कि भगवान का अवतार सज्जनों के संरक्षण और दुष्टों के संहार के लिए हुआ था। उन्होंने युद्धभूमि को धर्मभूमि में बदलने का कार्य किया और आज भी उनकी निष्काम कर्म की प्रेरणा समाज को ताकत देती है।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि जैसे नमामि गंगे परियोजना से गंगा आज निर्मल और अविरल हो गई है, उसी तरह यमुना को भी निर्मल और अविरल बनाने की दिशा में सरकार संकल्पित है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के प्रतीक मां गंगा, मां यमुना, गोमाता और गायत्री हैं। जब तक ये अस्तित्व में हैं, तब तक सनातन धर्म का ध्वज विश्व का मार्गदर्शन करता रहेगा।
योगी ने श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर छह बच्चों को गोद में लेकर उन्हें दुलार किया। बच्चों को खीर खिलाकर अन्नप्राशन संस्कार भी कराया। बच्चों के माथे पर तिलक लगाया, मोतियों की माला पहनाई और खिलौने भेंट किए।
सीएम योगी ने कहा कि काशी, अयोध्या और विंध्यवासिनी कॉरिडोर की तरह ब्रजभूमि का भी समग्र विकास होगा। उन्होंने 30 हजार करोड़ रुपये की कार्ययोजना की घोषणा करते हुए कहा कि इसमें सभी का सहयोग आवश्यक है। कार्यक्रम के दौरान मथुरा को 645 करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं की सौगात दी गई।
उन्होंने कहा कि मथुरा, वृंदावन, बरसाना, गोकुल, बलदेव, गोवर्धन और राधाकुंड को उनकी पौराणिक मान्यता के अनुरूप तीर्थस्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि सनातन धर्म विश्व बंधुत्व और सौहार्द का संदेश देता है और इसी प्रेरणा से समाज को आगे बढ़ाना है।