हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, 28 अगस्तः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के एप्लाइड केमिस्ट्री विभाग द्वारा विद्यार्थियों को अनुशासन, गरिमा और आपसी सम्मान के मूल्यों के प्रति जागरूक करने के लिए एंटी-रैगिंग जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत विभागाध्यक्ष प्रो. रईस अहमद के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने कहा कि रैगिंग किसी भी रूप में एक दंडनीय अपराध है। उन्होंने छात्रों से एएमयू की सुरक्षित और सहयोगी अकादमिक परंपरा को बनाए रखने की अपील की।
कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए प्रो. शाहाबुद्दीन ने कहा कि छात्रों की सामूहिक जिम्मेदारी है कि वे सद्भाव, समावेशन और परामर्श की भावना को बढ़ावा दें। डॉ. यासिर अजीम ने सीनियर छात्रों की भूमिका को मार्गदर्शक के रूप में रेखांकित करते हुए रैगिंग से जुड़े नियमों और दंडों की जानकारी दी। डॉ. मुशीर अहमद ने यूजीसी और एएमयू द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों को स्पष्ट करते हुए छात्रों को कानूनी और अनुशासनात्मक ढांचे की जानकारी दी।
सत्र का संचालन डॉ. मोहम्मद अरसलान ने किया। उन्होंने कहा कि एंटी-रैगिंग जागरूकता न केवल अकादमिक बल्कि व्यक्तिगत विकास के लिए भी आवश्यक है, जो आत्मविश्वास, आपसी विश्वास और स्वस्थ शिक्षक-छात्र संबंधों को प्रोत्साहित करती है।
कार्यक्रम के समापन सत्र में डॉ. मुसर्रत ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और छात्रों व शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी की सराहना की।
छात्रों को भाईचारे, मार्गदर्शन और सम्मान की भावना से युक्त वातावरण बनाने के लिए प्रेरित किया गया, जो विश्वविद्यालय की समावेशिता और उत्कृष्टता की भावना से मेल खाता है। एएमयू के शैक्षणिक माहौल में रैगिंग के लिए कोई स्थान नहीं है।