हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़ के लोधा क्षेत्र के गांव बुलाकगढ़ी और भगवानपुर में शुक्रवार रात कुछ अराजकतत्वों ने पांच मंदिरों की दीवारों पर “आई लव मोहम्मद” लिख दिया। शनिवार सुबह जब ग्रामीण पूजा के लिए मंदिर पहुंचे और दीवारों पर यह नारे देखे, तो पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया। देखते ही देखते करणी सेना, बजरंग दल और अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस मौके पर पहुंची और विवादित नारों को मिटाने लगी, तो कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया। करणी सेना के कार्यकर्ता सचिन कुमार ने पुलिस को रोकने की कोशिश की, जिस पर उसे हिरासत में लेकर थाने भेज दिया गया। इससे भीड़ भड़क उठी और सैकड़ों लोग थाने पहुंचकर नारेबाजी करने लगे।
करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस बिना जांच के सबूतों को मिटा रही है और असली दोषियों को बचाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने मांग की कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक नारे न मिटाए जाएं। बढ़ते हंगामे को देखते हुए पुलिस ने कार्यकर्ता सचिन कुमार को कुछ घंटे बाद छोड़ दिया। इसके बाद भी प्रदर्शनकारियों ने थाने का घेराव कर कार्रवाई की मांग जारी रखी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए सीओ गभाना संजीव तोमर, एसएसपी नीरज कुमार जादौन सहित कई थानों की पुलिस और पीएसी बल मौके पर बुलाया गया। पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांवों में गश्त तेज कर दी। एसएसपी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और स्थिति को सामान्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि मामले में आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तीन पुलिस टीमें गठित की गई हैं जो आरोपियों की तलाश कर रही हैं।
करणी सेना के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ठाकुर ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि यह हिंदू धर्म का अपमान है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामले को दबाने के लिए मंदिर की दीवारों पर पुताई करवा दी और विरोध करने पर कार्यकर्ता के साथ मारपीट की गई। इस दौरान आशीष चौहान, उमेश कुमार सिंह, संजय सिंह, जगमोहन मालवीय, शरद कुशवाहा, कपिल गौड़, शुभेंद्र कुमार सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
जानकारी के अनुसार, नामजद आरोपी मौलवी मुस्तकीम गांव भगवानपुर की मस्जिद में बच्चों को धार्मिक शिक्षा देता है और पहले भी विवादों में रह चुका है। बताया गया कि एक माह पूर्व भी उसका गांव के एक युवक से झगड़ा हुआ था, जिसमें दोनों पक्षों पर मुकदमे दर्ज हुए थे। अब इस घटना के बाद हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि यही लोग जानबूझकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
26 सितंबर को अकराबाद में भी इसी तरह “आई लव मोहम्मद” पोस्टर लगने की घटना हुई थी, जिससे कई जिलों में विरोध प्रदर्शन हुए थे। लोधा में हुई यह घटना उसी सिलसिले की कड़ी मानी जा रही है। फिलहाल गांव में तनाव का माहौल है लेकिन पुलिस स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है।
















