निरस्त, डीएम-सीडीओ ने की सख्त पूछताछ
अलीगढ़, 11 अप्रैल 2025:
जनपद में युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए चलाई जा रही स्वरोजगार योजनाओं की समीक्षा बैठक में एक अहम तथ्य सामने आया—भारतीय स्टेट बैंक की चंडौस एवं गभाना शाखाओं द्वारा सर्वाधिक संख्या में आवेदन निरस्त किए जा रहे हैं। इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए जिलाधिकारी संजीव रंजन एवं मुख्य विकास अधिकारी प्रखर कुमार सिंह शुक्रवार को संबंधित बैंक शाखाओं पर पहुंचे और मामले की गंभीरता से जांच की।
बैंक स्तर पर आवेदन अस्वीकृति बनी योजनाओं में बाधा
जिलाधिकारी ने बताया कि सरकार द्वारा स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। ऐसे में पात्र आवेदनों को तकनीकी या दस्तावेजी कारणों से निरस्त किया जाना योजनाओं के क्रियान्वयन में बाधा बन रहा है। हाल ही में हुई एक बैठक में डीएम ने बैंक प्रतिनिधियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि मामूली त्रुटियों या दस्तावेजों की कमी के कारण आवेदनों को अस्वीकार न किया जाए, बल्कि आवश्यक सुधार हेतु सहयोग किया जाए।
सीधे बैंक पहुंचकर जांच की आवेदन प्रक्रिया
डीएम संजीव रंजन एवं सीडीओ प्रखर कुमार सिंह ने शुक्रवार को एसबीआई चंडौस एवं गभाना शाखाओं का दौरा कर सीएम युवा उद्यमी योजना के तहत निरस्त किए गए आवेदनों की समीक्षा की। कई आवेदनों में तकनीकी त्रुटियां पाई गईं, जबकि कई आवेदन ऐसे पाए गए जिनमें योजना की शर्तों के अनुरूप गतिविधि का चयन नहीं किया गया था।

पशुपालन नहीं आता योजना के अंतर्गत: बैंक का तर्क
चंडौस शाखा प्रबंधक के.पी. सिंह ने बताया कि अधिकांश आवेदक पशुपालन के लिए आवेदन कर रहे हैं, जबकि यह योजना की परिधि में नहीं आता। इस पर डीएम ने स्पष्ट किया कि ऐसी स्थिति में आवेदकों को योजना की शर्तों की जानकारी देकर मार्गदर्शन किया जाना चाहिए, न कि सीधे आवेदन निरस्त कर दिया जाए।
बैंकों को दिए गए लक्ष्य की भी हुई समीक्षा
एलडीएम राजेश सिंह कटारिया ने बताया कि स्वरोजगार योजनाओं के अंतर्गत चंडौस शाखा को 100 और गभाना शाखा को 70 आवेदन स्वीकृत करने का लक्ष्य दिया गया है। डीएम ने निर्देश दिए कि निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ कार्य किया जाए ताकि योजनाओं का लाभ सही पात्रों तक पहुंच सके।