हिन्दुस्तान मिरर न्यूज-
उमरिया (मध्य प्रदेश)/नई दिल्ली, 10 अगस्त 2025 – देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में आज एक ऐतिहासिक पहल हुई, जब विदिशा संसदीय क्षेत्र के भोजपुर विधानसभा अंतर्गत औबेदुल्लागंज के ग्राम उमरिया में 1800 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले ब्रह्मा–BEML रेल मैन्युफैक्चरिंग हब का भूमि पूजन किया गया। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री व क्षेत्रीय सांसद शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे, जबकि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव वर्चुअल माध्यम से जुड़े। यह अत्याधुनिक संयंत्र वंदे भारत जैसी ट्रेनों और मेट्रो कोचों के साथ-साथ रक्षा उपकरणों के डिजाइन, निर्माण, असेंबली और परीक्षण की विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान करेगा।

‘स्वदेशी अपनाओ’ का संकल्प
कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उपस्थित जनसमूह को ‘स्वदेशी अपनाओ’ का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा, “हम जो भी सामान खरीदें, चाहे वह खाने-पीने का हो, पहनने-ओढ़ने का, तेल, शैम्पू या सौंदर्य प्रसाधन – वह हमारे देश में बना होना चाहिए। यदि 144 करोड़ भारतवासी स्वदेशी को अपनाना शुरू कर दें, तो हमारी अर्थव्यवस्था और मजबूत होगी। यही देश के लिए जीना है।”
शिवराज सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को दोहराते हुए कहा कि भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य है और इसके लिए स्वदेशी को अपनाना अनिवार्य है।

किसानों के हित सुरक्षित
शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को आश्वस्त किया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में कोई भी अंतरराष्ट्रीय समझौता किसानों, मछुआरों और पशुपालकों के हितों से समझौता करके नहीं होगा। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री जी ने स्पष्ट कर दिया है कि चाहे व्यक्तिगत कीमत चुकानी पड़े, लेकिन किसानों के हितों की रक्षा की जाएगी।”

रोजगार और क्षेत्रीय विकास
चौहान ने बताया कि मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र में वर्तमान में 752 इकाइयाँ कार्यरत हैं, जिनसे लगभग 20 हजार करोड़ रुपये का निर्यात होता है। इस नए रेल मैन्युफैक्चरिंग हब से क्षेत्र में औद्योगिक विकास की गति और तेज होगी। इससे 5,000 से अधिक रोजगार के अवसर स्थानीय युवाओं को मिलेंगे और MSME सेक्टर को मजबूती मिलेगी।
भावुक होते हुए उन्होंने कहा कि यह केवल एक औद्योगिक परियोजना की शुरुआत नहीं, बल्कि राष्ट्रहित, स्वदेशी विकास और युवाओं के सशक्तिकरण का संगम है।