हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ मंगलवार 27 मई 2025
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से एक बड़ी घटना सामने आई है, जिसने पुलिस प्रशासन और सेना के सम्मान के बीच गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक तरफ सरकार देशभर में ऑपरेशन सिंदूर और तिरंगा यात्रा के माध्यम से सेना के जवानों का सम्मान बढ़ा रही है, वहीं दूसरी तरफ देवरिया के CO सिटी संजय कुमार रेड्डी और कोतवाली पुलिस की कार्रवाई ने विवाद को जन्म दिया है।
विकास प्रजापति, जो असम राइफल में तैनात हैं, छुट्टी पर अपने घर देवरिया आए थे। वे अपने रिश्तेदार को बाइक से लेने के लिए देवरिया रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। जैसे ही वे अपनी बाइक को सड़क किनारे खड़ी करने लगे, तभी CO सिटी संजय कुमार रेड्डी वाहन चेकिंग के दौरान वहां पहुंचे। CO ने जवान की बाइक का फोटो लेना शुरू कर दिया।
जब जवान ने CO से पूछा कि वे क्या कर रहे हैं और अपना मोबाइल लेकर वीडियो बनाने लगे, तो CO भड़क गए। इसके बाद CO ने जवान का मोबाइल छीन लिया और उसे थप्पड़ जड़ दिया। इस घटना के बाद जवान ने भी CO का मोबाइल छीन लिया।
अगले दिन पुलिस ने जवान के खिलाफ धारा 151 के तहत चालान कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग और समाज के कई हिस्से में इस घटना को लेकर विरोध शुरू हो गया। लोग सेना के जवान के समर्थन में खड़े हो गए और हंगामा करने लगे। भारी भीड़ और तनाव के बीच पुलिस फोर्स ने पहुंचकर जवान को कोतवाली ले गई।
सेना के जवान का आरोप है कि पुलिस ने उसे मारा-पीटा और देर रात तक कोतवाली में रखा। इसके बाद जवान के वाहन पर 5000 रुपये का चालान भी किया गया।
पुलिस ने इस पूरे प्रकरण को अलग तरीके से पेश किया है। पुलिस का कहना है कि दोनों युवक (शामिल जवान सहित) नशे की हालत में थे और वाहन चेकिंग के दौरान उन्होंने पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया। पुलिस ने उनका मेडिकल कराया और विधिक कार्रवाई की है। पुलिस ने जवान के थप्पड़ मारने के आरोप को नकारते हुए कहा कि कानून के मुताबिक कार्रवाई की गई है।