हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे कल्याण सिंह की चौथी पुण्यतिथि पर इस बार अलीगढ़ में हिन्दू गौरव दिवस का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम 21 अगस्त को तालानगरी स्थित विशाल मैदान में होगा, जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ दोनों उप मुख्यमंत्री भी शिरकत करेंगे। इस अवसर पर प्रदेशभर से हजारों कार्यकर्ताओं और श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।

तैयारियों को लेकर तेज हुई हलचल
कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर संगठन और प्रशासन ने कमान संभाल ली है। रविवार को जीटी रोड स्थित रघुनाथ पैलेस में भाजपा पदाधिकारियों और पार्षदों की बैठक बुलाई गई, जिसमें जिम्मेदारियां तय की गईं। बैठक में शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह, पूर्व सांसद व कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह राजू, सांसद सतीश गौतम समेत भाजपा के कई विधायक मौजूद रहे। सभी पदाधिकारियों ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अलग-अलग स्तर पर योजना बनाई।
इसके अलावा सांसद और विधायकों के साथ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने तालानगरी में प्रस्तावित स्थल का दौरा किया। इस दौरान एसएसपी संजीव सुमन और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन और वीआईपी मूवमेंट की रूपरेखा पर चर्चा की। हालांकि अभी मुख्यमंत्री और अन्य वीआईपी नेताओं का मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है।
कल्याण सिंह की पुण्यतिथि और परंपरा
गौरतलब है कि 21 अगस्त 2021 को पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का निधन हुआ था। उनके बाद से हर वर्ष उनकी पुण्यतिथि हिन्दू गौरव दिवस के रूप में मनाई जाती है। पहली पुण्यतिथि का आयोजन लखनऊ में हुआ, दूसरी पुण्यतिथि अलीगढ़ नुमाइश परिसर में मनाई गई, जबकि तीसरी पुण्यतिथि फिर से लखनऊ में आयोजित हुई। इस बार चौथी पुण्यतिथि पर कार्यक्रम अलीगढ़ में होगा।
पहले इस आयोजन को अयोध्या में कराने की योजना बनी थी, लेकिन बाद में इसे कल्याण सिंह की कर्मभूमि अलीगढ़ में आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इस आयोजन को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह है।
दूसरी बार अलीगढ़ दौरे पर होंगे सीएम
ध्यान देने योग्य है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 15 दिनों में दूसरी बार अलीगढ़ का दौरा करेंगे। इससे पहले वे स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले यहां आए थे। अब 21 अगस्त को होने वाला यह आयोजन राजनीतिक दृष्टि से भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि कल्याण सिंह को भाजपा में हिंदुत्व की राजनीति का बड़ा चेहरा माना जाता है।