हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ मंगलवार 27 मई 2025
आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में कोरोना संक्रमण के चलते एक बुजुर्ग मरीज की मौत हो गई है। मृतक फिरोजाबाद जिले के रहने वाले 78 वर्षीय मुसाफिर राम थे, जिन्हें कूल्हे की सर्जरी के लिए आगरा के सिकंदरा स्थित एक निजी अस्पताल में 24 मई को भर्ती कराया गया था। पिछले करीब 15 दिनों से वह बुखार और सांस लेने में तकलीफ जैसी परेशानियों से जूझ रहे थे।
मरीज की तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल प्रशासन ने 25 मई को उनकी आरटी-पीसीआर जांच एक निजी लैब में करवाई थी। 26 मई को जब रिपोर्ट आई, तो वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए। रिपोर्ट आते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। मरीज को देर रात आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया था, जहां मंगलवार सुबह इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
गंभीर बीमारियों से पहले से पीड़ित थे मुसाफिर राम
एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि मरीज सोमवार देर रात कॉलेज की इमरजेंसी में गंभीर हालत में भर्ती कराए गए थे। जांच में पता चला कि उनके सिर में खून का थक्का जम गया था और वह सीओपीडी (क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) समेत कई अन्य गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित थे। मरीज के पास उस समय कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट संलग्न नहीं थी, लेकिन लक्षणों को देखते हुए उन्हें संदिग्ध मानते हुए इमरजेंसी के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। मंगलवार सुबह करीब सात बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
प्रशासन की पुष्टि: मृतक कोरोना संक्रमित था
फिरोजाबाद के सीएमओ प्रभारी डॉ. अमित रावत ने बताया कि मृतक की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। वहीं, आगरा के जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने भी पुष्टि की कि मृतक कोरोना संक्रमित था और हृदय रोगी भी थे। वह कूल्हा प्रत्यारोपण के लिए निजी अस्पताल में भर्ती हुए थे और वहीं से तबीयत बिगड़ने के बाद एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था, जहां मौत हो गई।
स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन सतर्क
कोरोना संक्रमण से मौत की पुष्टि होते ही स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है। मरीज के संपर्क में आए सभी व्यक्तियों की पहचान की जा रही है। साथ ही, अस्पताल प्रबंधन से भी संपर्क कर अन्य मरीजों और स्टाफ की जांच की तैयारी की जा रही है।
यह घटना एक बार फिर से आगरा और आसपास के जिलों में कोरोना संक्रमण को लेकर गंभीरता को रेखांकित करती है। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि अगर किसी को बुखार, सांस लेने में दिक्कत या अन्य लक्षण महसूस हों तो तुरंत जांच करवाएं और लापरवाही न बरतें।