हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
पटना। बिहार में हाल ही में गठित नीतीश सरकार में एक बार फिर विभागों के बंटवारे को लेकर अहम फैसला लिया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पास नए नागरिक उड्डयन (सिविल एविएशन) विभाग को रखा है। माना जा रहा है कि राज्य में तेजी से बढ़ती हवाई यात्रा, नए एयरपोर्ट के निर्माण और विमान सेवाओं के विस्तार को देखते हुए मुख्यमंत्री ने इस महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी स्वयं संभालने का निर्णय लिया है।
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में एनडीए को प्रचंड जीत मिली थी, जिसके बाद नीतीश कुमार ने 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। 20 नवंबर को शपथ ग्रहण समारोह में दो उपमुख्यमंत्रियों समेत कई मंत्रियों ने शपथ ली थी। इसके बाद प्रमुख विभागों का आवंटन किया गया था। अब एक बार फिर कुछ नए विभागों का बंटवारा किया गया है, जिसमें सिविल एविएशन विभाग को औपचारिक रूप से शामिल किया गया है।
कैबिनेट विस्तार के तहत जदयू कोटे से मंत्री सुनील कुमार को उच्च शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सुनील कुमार पहले से ही विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग संभाल रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में अनुभव को देखते हुए उन्हें यह अतिरिक्त दायित्व दिया गया है, जिससे राज्य में उच्च शिक्षा व्यवस्था को मजबूती मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
वहीं भाजपा कोटे से मंत्री संजय सिंह टाइगर को युवा, रोजगार एवं कौशल विकास विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। उनके पास पहले से श्रम संसाधन विभाग भी है। ऐसे में युवाओं के लिए रोजगार सृजन और कौशल विकास योजनाओं को नई दिशा मिलने की संभावना है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास नागरिक उड्डयन विभाग के अलावा सामान्य प्रशासन, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी, निर्वाचन और वे सभी विभाग हैं, जो किसी अन्य मंत्री को आवंटित नहीं किए गए हैं। इससे स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक नियंत्रण अपने हाथ में मजबूत बनाए रखा है।
बिहार में दो उपमुख्यमंत्री भी बनाए गए हैं। भाजपा कोटे से सम्राट चौधरी को गृह विभाग सौंपा गया है, जबकि विजय कुमार सिन्हा के पास भूमि एवं राजस्व विभाग के साथ खान एवं भू-तत्व विभाग की जिम्मेदारी है। इस नए विभागीय बंटवारे के साथ नीतीश सरकार ने अपने प्रशासनिक एजेंडे को और स्पष्ट किया है।













