हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अमेरिका ने भारत सहित दुनियाभर के कमर्शियल ट्रक ड्राइवरों को बड़ा झटका दिया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ने घोषणा की है कि अब इन ड्राइवरों को वर्कर वीजा नहीं दिया जाएगा। यह फैसला फ्लोरिडा में हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे के बाद लिया गया। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने अपने X हैंडल पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि विदेशी ट्रक ड्राइवर अमेरिका की सड़कों पर खतरा पैदा कर रहे हैं और इससे अमेरिकी ड्राइवरों की नौकरियां भी प्रभावित हो रही हैं।
फ्लोरिडा हादसे ने बढ़ाई चिंता
यह निर्णय तब लिया गया जब भारतीय ट्रक ड्राइवर हरजिंदर सिंह को गृह रक्षा विभाग (DHS) ने गिरफ्तार किया। आरोप है कि उन्होंने फ्लोरिडा में ट्रक को गलत तरीके से मोड़ने की कोशिश की, जिससे बड़ा हादसा हुआ और तीन लोगों की मौत हो गई। हादसे के बाद कई घंटों तक हाईवे जाम रहा। जांच में सामने आया कि कैलिफोर्निया DMV ने हरजिंदर सिंह को अवैध तरीके से कमर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया था।
अवैध लाइसेंस पर लगेगी सख्ती
अमेरिकी सेक्रेटरी क्रिस्टी नोएम ने कहा कि अब DHS के साथ मिलकर अवैध ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया पर रोक लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि विदेशियों द्वारा फर्जी तरीके से लाइसेंस हासिल करना अमेरिकी नागरिकों और ड्राइवरों की जान के लिए गंभीर खतरा है। सरकार ऐसे सभी नेटवर्क्स को खत्म करने के लिए अभियान चलाएगी।
5.50 करोड़ वीजा का होगा रिव्यू
इसके साथ ही ट्रंप सरकार ने 5.50 करोड़ वीजा होल्डर्स का रिव्यू करने की घोषणा की है। इस प्रक्रिया के तहत उन वीजा धारकों की जांच होगी जो वीजा नियमों का उल्लंघन करते हैं, जिनका व्यवहार अनुशासनहीन है या जो वीजा की अवधि खत्म होने के बाद भी अमेरिका में रह रहे हैं। रिव्यू के बाद तय होगा कि ऐसे लोगों को निर्वासित किया जाएगा, वीजा बढ़ाया जाएगा या केवल चेतावनी दी जाएगी।
भारत पर असर
अमेरिका का यह कदम भारत के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक ट्रक और ट्रेलर ड्राइविंग के जरिए अमेरिका में रोजगार पाते हैं। टैरिफ विवाद के बीच यह नया फैसला भारत-अमेरिका संबंधों पर भी असर डाल सकता है।