हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:15 जुलाई 2025
अलीगढ़ – भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के बैनर तले आगामी 30 जुलाई को अलीगढ़ के खैर तहसील में एक विशाल किसान महापंचायत आयोजित की जाएगी। इस महापंचायत में अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, बुलंदशहर और एटा जिलों से बड़ी संख्या में किसानों के शामिल होने की संभावना है।
मुख्य मुद्दे: भूमि अधिग्रहण और शिक्षा का निजीकरण
महापंचायत का प्रमुख उद्देश्य भूमि अधिग्रहण में पारदर्शिता की कमी, सरकारी स्कूलों के बंदीकरण और निजीकरण जैसे मुद्दों को उजागर करना है। किसानों का आरोप है कि सरकार की नीतियां गांव, गरीब और किसान विरोधी हैं। भूमि अधिग्रहण में मुआवजा और सहमति की प्रक्रिया को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। साथ ही, सरकारी स्कूलों को बंद कर निजी संस्थानों को बढ़ावा देने की नीतियों का विरोध किया जा रहा है।
बैठक में बनी रणनीति
महापंचायत की तैयारी को लेकर यूनियन की एक अहम बैठक मंगलवार को खैर तहसील में हुई। बैठक में भाकियू (टिकैत गुट) के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल शर्मा और जिला अध्यक्ष सुंदर बालियां शामिल हुए। बैठक में आंदोलन की रणनीति, भीड़ प्रबंधन और प्रशासन से बातचीत की रूपरेखा तय की गई।
राजपाल शर्मा ने चेतावनी देते हुए कहा,
“अगर सरकार किसानों की बात नहीं सुनेगी तो आंदोलन सड़क से सदन तक पहुंचेगा।”
जिला अध्यक्ष सुंदर बालियां ने भी दो टूक कहा,
“यह लड़ाई सिर्फ किसानों की नहीं, आम जनता की भी है। हम गांवों की उपेक्षा और स्कूल बंद करने की नीति को नहीं सहेंगे।”
प्रशासन ने शुरू की तैयारी
भीड़ और कानून व्यवस्था को देखते हुए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सुरक्षा व्यवस्था, ट्रैफिक नियंत्रण और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल की तैनाती की जाएगी।
30 जुलाई की यह महापंचायत सरकार की ग्रामीण नीतियों के खिलाफ एक बड़े जनांदोलन का संकेत दे रही है। किसान यूनियन इसे गांव और आम जनता की आवाज बना रही है, जिसे लेकर प्रशासन भी सतर्क है।