हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: 1अगस्त 2025
1 अगस्त 2025 से देशभर में कई नियमों और दरों में बदलाव हुए हैं। इसी क्रम में ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में भी संशोधन किया है। खास बात यह है कि इस बार कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 33.50 रुपये की कटौती की गई है। हालांकि, घरेलू उपयोग में आने वाले 14.2 किलोग्राम वाले सिलेंडर की कीमत में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
अब दिल्ली में कॉमर्शियल सिलेंडर 1631.50 रुपये में मिलेगा
तेल कंपनियों द्वारा जारी नए रेट के अनुसार, 19 किलोग्राम के कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की नई खुदरा बिक्री कीमत 1631.50 रुपये हो गई है। इससे पहले यह कीमत 1665 रुपये थी। यह लगातार पांचवीं बार है जब कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत में गिरावट दर्ज की गई है।
लगातार पांच महीने से कीमत में हो रही है गिरावट
कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में जनवरी से मार्च के बीच थोड़ी बढ़ोतरी हुई थी। लेकिन अप्रैल 2025 से अब तक लगातार पांच महीने से इसमें गिरावट हो रही है। पिछली बार 1 जुलाई को 58.50 रुपये की कटौती की गई थी। इस बार की कटौती में उपभोक्ताओं को थोड़ी और राहत मिली है।
घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत स्थिर
जहां एक ओर कॉमर्शियल सिलेंडर सस्ता हुआ है, वहीं घरेलू उपयोग के लिए मिलने वाला 14.2 किलो वाला सिलेंडर इस बार भी अपनी पुरानी कीमत पर ही उपलब्ध रहेगा। यानी आम उपभोक्ताओं को घरेलू गैस की कीमत में फिलहाल कोई राहत नहीं मिली है।
हर महीने की पहली तारीख को होते हैं दाम में बदलाव
देश में हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी, पेट्रोल-डीजल और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में बदलाव किया जाता है। इसी दिन नए टैक्स नियम, बैंकिंग नियम और उपभोक्ता नियम भी लागू होते हैं। इस बार एलपीजी सिलेंडर के दाम में बदलाव ने छोटे व्यवसायियों और होटल-रेस्टोरेंट कारोबारियों को राहत दी है।
सोने की कीमत में भी आई मामूली गिरावट
आज 1 अगस्त की सुबह सोने की कीमतों में भी हल्की गिरावट देखने को मिली है। 24 कैरेट सोना प्रति 10 ग्राम पर 10 रुपये सस्ता हुआ है, जिससे नई कीमत 1,00,170 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि दिन में कीमत में और बदलाव हो सकते हैं
1 अगस्त से हुए इन आर्थिक बदलावों में कॉमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में गिरावट एक बड़ी राहत के रूप में सामने आई है। हालांकि, घरेलू उपभोक्ताओं को अभी राहत का इंतजार करना होगा। इसके साथ ही, सोने की कीमतों में आई मामूली गिरावट भी निवेशकों के लिए संकेत है कि बाज़ार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। अब देखना यह होगा कि आने वाले महीनों में इन कीमतों में और कितनी स्थिरता या बदलाव आता है।