हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ मंगलवार 27 मई 2025
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के सैदपुर कोतवाली इलाके के हसनपुर गांव में भयंकर दुर्घटना हुई, जिसमें 65 से 70 भेड़ों की मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब भेड़ पालक रमेश अपने भेड़ों को रोजाना की तरह चराने के लिए रेलवे ट्रैक के पास बने खेतों में लेकर गया था।
घटना का पूरा विवरण:
रमेश ने सुबह अपने लगभग 70 भेड़ों को गांव के ही खाली खेतों में चराने के लिए निकाला था। वे भेड़ों को रेलवे ट्रैक के दूसरी तरफ स्थित खाली खेतों में ले जा रहा था। उसी दौरान औड़िहार से मऊ की तरफ जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन ने हॉर्न बजाना शुरू किया।
हॉर्न की तेज आवाज सुनकर भेड़ घबरा गईं और इधर-उधर भागने लगीं। भेड़ अपने स्वाभाविक झुंड प्रवृत्ति के कारण एक-दूसरे के पीछे चलती हैं। जैसे ही एक भेड़ रेलवे ट्रैक की ओर भागी, उसके पीछे पूरा झुंड भी ट्रैक पर आ गया।
रमेश ने तुरंत भेड़ों को ट्रैक से हटाने की कोशिश की, लेकिन वह असफल रहा। इस बीच ट्रेन करीब 65-70 भेड़ों को अपनी चपेट में ले गई। घटना में कई भेड़ घायल भी हुए हैं।
घटना के बाद की कार्रवाई:
- घटना की सूचना मिलने पर भद्रसेन गांव पंचायत के प्रधान पति शिव कुमार मौके पर पहुंचे और तुरंत कोतवाली पुलिस को सूचना दी।
- कोतवाली पुलिस के साथ राजस्व लेखपाल भी घटनास्थल पर पहुंच गए।
- पशु चिकित्सा अधिकारी शाही ने बताया कि बीती रात उन्हें इस दुर्घटना की जानकारी मिली थी। उन्होंने तुरंत पशु चिकित्सकों की टीम को मौके पर भेजा, जहां घायल भेड़ों का इलाज किया गया।
- मृत भेड़ों के पोस्टमार्टम के लिए पांच पशु चिकित्सकों की टीम को भेजा जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
भेड़पालक रमेश की व्यथा:
रमेश ने बताया कि यह उसके लिए बेहद बड़ा झटका है क्योंकि लगभग पूरा झुंड मौत के मुंह में चला गया। वह अपनी भेड़ों की देखभाल के लिए पूरी मेहनत करता था। यह हादसा अचानक ट्रेन के हॉर्न के कारण हुआ, जिससे वह बचाव नहीं कर सका।
पशु चिकित्सा विभाग की प्रतिक्रिया:
पशु चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि घायल भेड़ों का इलाज किया जा रहा है और मृत भेड़ों के पोस्टमार्टम के बाद इस मामले में आगे आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने किसानों और भेड़ पालकों से अपील की है कि वे ऐसी दुर्घटनाओं से बचने के लिए अपने पशुओं को रेलवे ट्रैक से दूर रखें।