हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
प्रदूषण और हादसे के बाद प्रशासन की सख्त कार्रवाई
तालसपुर (अलीगढ़)
तालसपुर स्थित एचएमए एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड मीट फैक्टरी को मंगलवार को प्रशासन ने सील कर दिया। आगरा के पूर्व बसपा विधायक जुल्फिकार अहमद भुट्टो की इस फैक्टरी पर वेस्ट वॉटर ट्रीटमेंट सिस्टम (ईटीपी) के नमूनों के फेल होने और बीते महीने हुए श्रमिकों की मौत के मामले में पहले से ही गंभीर आरोप लग रहे थे। यह कार्रवाई जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) की सिफारिशों के आधार पर की गई।
वेस्ट ट्रीटमेंट में खामियां, बिजली कनेक्शन काटा गया
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से ईटीपी के सैंपल की रिपोर्ट लखनऊ मुख्यालय भेजी गई थी, जहां यह नमूने फेल पाए गए। इसके बाद 17 जुलाई को बोर्ड ने फैक्टरी को बंद करने के आदेश जारी किए। मंगलवार को प्रशासनिक और पुलिस टीम ने संयुक्त रूप से फैक्टरी में छापा मारा। सिटी मजिस्ट्रेट अखिल गुप्ता, एएसपी मयंक पाठक, सीओ प्रथम, पीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी और अधिशासी अभियंता ग्रामीण खंड की मौजूदगी में फैक्टरी को सील किया गया।
कार्रवाई के दौरान स्लॉटरिंग सेक्शन और रेंड्रिंग सेक्शन की विद्युत आपूर्ति भी काट दी गई। साथ ही, प्लांट और मशीनरी को भी सील कर दिया गया। मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती रही ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
श्रमिकों की मौत बनी कार्रवाई का आधार
गौरतलब है कि 27 जून को फैक्टरी में एक बड़ा हादसा हुआ था। ब्लड टैंक की सफाई के दौरान गैस रिसाव हो गया, जिससे भुजपुरा निवासी दो मजदूर—आसिफ और इमरान—टैंक में गिर गए। शोरगुल सुनकर मौके पर अन्य श्रमिक इकट्ठा हुए और उन्हें बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। घटना के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया और सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
इस हादसे की जांच रिपोर्ट भी डीएम कार्यालय को सौंपी गई थी, जिसके आधार पर कार्रवाई की संस्तुति की गई। रिपोर्ट में फैक्टरी में सुरक्षा मानकों की अनदेखी और लापरवाही की बात भी उजागर हुई थी।
प्रशासन की सख्त चेतावनी
सिटी मजिस्ट्रेट अखिल गुप्ता ने स्पष्ट किया कि पर्यावरण मानकों का उल्लंघन करने वाली औद्योगिक इकाइयों के खिलाफ प्रशासन सख्त रुख अपनाएगा। उन्होंने बताया कि इस तरह की फैक्ट्रियों की नियमित निगरानी की जाएगी और यदि भविष्य में कोई फैक्टरी नियमों का उल्लंघन करती पाई गई, तो उसके खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक हलकों में चर्चा
पूर्व बसपा विधायक की फैक्टरी पर इस कार्रवाई को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी हलचल है। विपक्ष इसे कानून का सही अनुपालन बता रहा है, जबकि कुछ समर्थकों का कहना है कि कार्रवाई पक्षपातपूर्ण है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि कार्रवाई पूरी तरह से नियमानुसार और रिपोर्ट के आधार पर की गई है।