हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़,
लघु उद्योग भारती के अखिल भारतीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा अलीगढ़ प्रवास पर पहुंचे, जहां उन्होंने स्थानीय उद्योगपतियों से मुलाकात कर औद्योगिक विकास की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उद्योगपतियों की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा हुई और संगठन को मजबूत बनाने पर बल दिया गया।
कार्यक्रम में प्रदेश संयुक्त महामंत्री गौरव मित्तल ने सरकार द्वारा उद्योगों के लिए घोषित वित्तीय अनुदान का मुद्दा उठाया। उन्होंने सवाल किया कि जब डिजिटल युग में सभी लेनदेन सीधे संभव हैं तो सरकार यह अनुदान उद्यमियों के खातों में सीधे क्यों नहीं देती? उन्होंने कहा कि वर्तमान व्यवस्था में अधिकारियों और विभागों के माध्यम से औपचारिकताएं पूरी कराई जाती हैं, जिससे उद्यमियों को उत्पीड़न और शोषण का सामना करना पड़ता है। इसी कारण से अधिकतर उद्यमी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा पाते।
मंडल अध्यक्ष नीरज अग्रवाल ने भी अलीगढ़ के उद्योगों की परेशानियों को सामने रखा। उन्होंने कहा कि बीआईएस (BIS) के अव्यावहारिक मानकों को जबरन अलीगढ़ उद्योग पर थोपने से यहां के छोटे-बड़े उद्योग भारी नुकसान झेल रहे हैं। उन्होंने उद्यमियों की व्यथा साझा करते हुए सरकार से व्यावहारिक समाधान निकालने की अपील की।
इस अवसर पर प्रदेश संयुक्त महामंत्री गौरव मित्तल, मंडल अध्यक्ष नीरज अग्रवाल, जिलाध्यक्ष योगेश गोस्वामी, सदस्यता प्रचार प्रमुख सुनील गर्ग, जिला कोषाध्यक्ष अंशुमान कुमार अग्रवाल, जिला मंत्री ऋषभ गर्ग, तालानगरी इकाई के महामंत्री आशीष चौहान समेत अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान जीटी रोड स्थित एक होटल में राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा का सम्मान भी किया गया।
लघु उद्योग भारती ने स्पष्ट किया कि यदि सरकार वास्तव में छोटे उद्योगों को सहयोग देना चाहती है तो उसे अनुदान की व्यवस्था पारदर्शी और सीधे उद्यमियों तक पहुंचाने वाली बनानी होगी। इससे न केवल उद्यमियों का शोषण रुकेगा, बल्कि स्थानीय उद्योग को मजबूती भी मिलेगी।