हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: रविवार 29 जून 2025
गाजियाबाद : दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (डीएमई) और राष्ट्रीय राजमार्ग 9 (एनएच-9) पर सड़क दुर्घटनाओं को 50 फीसदी तक कम करने के लिए शनिवार को पुलिस और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से कई अहम फैसले लिए गए।
यात्री सुरक्षा के लिए बड़े बदलाव:
- निकास और प्रवेश द्वार होंगे चौड़े: एनएच-9 पर एबीईएस कॉलेज के पास बने निकास और प्रवेश द्वार को चौड़ा किया जाएगा ताकि ट्रैफिक सुचारु रूप से निकल सके।
- रेलिंग से होगी रोकथाम: डीएमई पर यूपी गेट से डासना तक दोनों ओर रेलिंग लगाई जाएगी ताकि पैदल यात्री हाईवे पार न कर सकें।
- रिफ्लेक्टिव साइनेज बोर्ड लगेंगे: निकास मार्गों पर चमकदार संकेतक बोर्ड लगाए जाएंगे जिससे वाहन चालकों को दिशा का सही मार्गदर्शन मिल सके।
- सर्विस रोड का निर्माण: स्थानीय निवासियों की सुविधा के लिए एनएच के किनारे सर्विस रोड बनाई जाएगी।
- डिवाइडर होंगे ऊंचे: बुलंदशहर रोड और एनएच-9 के जंक्शन पर डिवाइडर को ऊंचा किया जाएगा ताकि कोई व्यक्ति आसानी से उसे पार न कर सके।
- आईएमएस कॉलेज के पास बनेगा यातायात निरीक्षक कार्यालय।
यातायात पुलिस को मिलेंगी नई सुविधाएं:
- 20 ट्रैफिक बूथ बनेंगे: पुलिसकर्मियों के लिए डीएमई और एनएच-9 पर 20 नए यातायात बूथ का निर्माण किया जाएगा।
- छह निरीक्षक कार्यालय: दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पुस्ता उतार के पास, लोनी की ओर दो पिलरों के बीच छह यातायात निरीक्षक कार्यालय बनेंगे।
- एम्बुलेंस और पेट्रोलिंग सिस्टम मजबूत होगा।
उल्टी दिशा में चलने वालों पर शिकंजा:
- अंडरपास के पास विपरीत दिशा में चलने वाले वाहन चालकों की निगरानी के लिए एएनपीआर कैमरे (ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) लगाए जाएंगे।
प्रकाश और सड़क संरचना में सुधार:
- डीएमई और एनएच-9 पर अच्छी रोशनी की व्यवस्था की जाएगी।
- रम्बल स्ट्रिप्स बनाए जाएंगे ताकि यदि चालक को झपकी आए और वह दूसरी लेन में चला जाए, तो उसे झटका लगकर सतर्कता मिले।
एडीसीपी ट्रैफिक सच्चिदानंद ने बताया कि इन सभी उपायों का उद्देश्य सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाना और दुर्घटनाओं की दर में बड़ी गिरावट लाना है।