हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 2 मई : 2025,
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की कड़ी प्रतिक्रिया
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के प्रति सख्त रुख अपनाते हुए अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया। साथ ही, भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करते हुए उन्हें देश छोड़ने का आदेश दिया गया। सरकार ने उन्हें भारत छोड़ने के लिए 5 दिनों की मोहलत दी थी।
BSF ने पाक नागरिकों को भेजा अटारी बॉर्डर तक
वीजा रद्द होने के बाद पाकिस्तानी नागरिक अपने सामान सहित अटारी बॉर्डर पर पहुंचे। वहां BSF के जवानों ने उन्हें सीमा तक पहुंचाया और उन्हें पाकिस्तान की ओर रवाना कर दिया। इसके बाद अटारी बॉर्डर के गेट बंद कर दिए गए।
पाकिस्तान ने अपने ही नागरिकों को लेने से किया इनकार
पाकिस्तान की ओर से चौंकाने वाला कदम उठाया गया। पाक रेंजर्स ने वाघा सीमा के गेट नहीं खोले, जिससे 10 से ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक बॉर्डर पर फंसे रह गए। पाकिस्तान सरकार ने इस फैसले की कोई स्पष्ट वजह भी नहीं बताई है।
पाकिस्तानी नागरिकों में आक्रोश और मायूसी
वाघा बॉर्डर पर फंसे सूरज कुमार ने कहा, “मैं अपनी बुजुर्ग मां को हरिद्वार की तीर्थ यात्रा पर लाया था। 45 दिन के वीजा पर आया था, लेकिन अब जब लौटना चाहा तो पाकिस्तान गेट नहीं खोल रहा। सुबह 6 बजे से इंतजार कर रहा हूं।”
वहीं एक अन्य पाक नागरिक हर्ष कुमार ने बताया, “मैं सुबह 5 बजे से गेट खुलने का इंतजार कर रहा हूं। पाक रेंजर्स गेट खोल नहीं रहे, बहुत तनाव में हूं।”
भारत-पाक रिश्तों में और तनाव, आम लोगों को भुगतना पड़ रहा खामियाजा
वाघा बॉर्डर पर खड़ी भारतीय महिला नामरा, जिसकी शादी पाकिस्तान में हुई है, अपने पति और बेटी से मिलने लाहौर जा रही थीं, लेकिन उन्हें भी वाघा बॉर्डर पार करने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा, “मेरा परिवार लाहौर में है। मैं बस उनके साथ रहना चाहती हूं।”
सैकड़ों पाकिस्तानी भारत छोड़ चुके, अब और भी होंगे प्रभावित
भारत सरकार द्वारा 14 कैटेगरी के वीजा रद्द किए जाने के बाद 125 पाकिस्तानी नागरिक अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत छोड़ चुके हैं। बीते 7 दिनों में कुल 911 पाकिस्तानी नागरिक भारत से वापस लौट चुके हैं।
- सार्क वीजा वालों को 26 अप्रैल तक
- 12 अन्य वीजा कैटेगरी वालों को 27 अप्रैल तक
- मेडिकल वीजा वालों को 29 अप्रैल तक भारत छोड़ने की समयसीमा दी गई थी।